रवि किशन बने रिटायर्ड डकैत, डायरेक्टर शिवराज देवल की हिंदी फिल्म “सबवे” 9 सितंबर को हो रही रिलीज

211

मेगास्टार रवि किशन की मुख्य भूमिका वाली राईटर डायरेक्टर शिवराज देवल की हिंदी फिल्म “सबवे” 9 सितंबर को रिलीज के लिए तैयार है। इस फ़िल्म का ट्रेलर जारी कर दिया गया है, जो रोमांच, रोमांस, हास्य और दमदार डायलॉग से भरपूर है।
फिल्म में अभिनेता रवि किशन सेंट्रल किरदार निभा रहे हैं इस फिल्म में वे एक रिटायर्ड डकैत का किरदार निभा रहे हैं, और डकैती छोड़कर सोशल वर्क करते हैं।

Advertisement

शिवराज देवल, फ़िल्म “सबवे” के लेखक निर्देशक हैं, जिन्होंने कई धारावाहिको का निर्देशन किया है, और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्य सरकारों की डॉक्यूमेंट्री, और विज्ञापन फिल्में डायरेक्ट की है। बतौर डायरेक्टर यह उनकी पहली फीचर फ़िल्म है। फ़िल्म में केंद्रीय भूमिका रवि किशन ने निभाई है…
इसकी कहानी काफी यूनिक है जो आम तौर पर बॉलीवुड में देखने को नहीं मिलती।

डायरेक्टर शिवराज देवल का कहना है कि फ़िल्म में रिटायर्ड डकैत का रोल किया है रवि किशन ने। वह अब डकैती नहीं करते सोशल वर्क करते हैं। और 20 बागियों को संभाले हुए हैं,
फ़िल्म में उनका काफी स्ट्रांग कैरेक्टर है, जिसे उन्होंने बड़ी शिद्दत से निभाया भी है।

फ़िल्म के टाइटल के संदर्भ में निर्देशक ने बताया कि जिस तरह रियल लाइफ में हाइवे और सबवे होता है उसी तरह सबवे फ़िल्म की कहानी से सम्बंधित है। जिनको हाइवे नहीं मिलता वो सबवे पकड़ कर निकल जाते हैं, इस फ़िल्म की सिचुएशन और किरदार भी कुछ ऐसे ही हैं, जहां वे पतली गली से निकलने के चक्कर मे हैं मगर बड़ी मुसीबत में उलझ जाते हैं।

फ़िल्म की पूरी शूटिंग उत्तर प्रदेश में की गई है, दो रोमांटिक सांग मनाली में फिल्माए गए हैं।
“बोका है का रे, बोका” रवि किशन का ये डायलॉग “ज़िंदगी झंड बा, फिर भी घमंड बा” जैसा पॉपुलर हो सकता है, जो ट्रेलर में भी दिख रहा है।
फिल्म ‘सबवे’ की कहानी राजनेता गुड्डू रस्तोगी की गंदी राजनीति के खेल और बागी भान सिंह के विद्रोही रवैये को लेकर है। इसकी स्टोरी तीन छोटे मोटे हाइवे लुटेरों (विशाल, होशियार और राजा) की है जो शाम की पार्टी का मज़ा लेने के लिए छोटी-मोटी चोरी करते हैं। ऐसे ही एक दिन वे कार की स्टेपनी, म्यूजिक सिस्टम आदि बेचने के लिए कार चोरी करने के इरादे से हाईवे पर अपने मिशन पर निकल पड़े थे ताकि वे अपनी शाम को रंगीन बना सकें। अब इसे दुर्भाग्य कहें या जल्दी पैसा कमाने का मौका, कार में एक किडनैप किया हुआ व्यवसायी है जिसे किसी बदमाश ने अपहरण कर लिया था।

व्यापारी उनसे अनुरोध करता है कि “बस मुझे सुरक्षित घर पहुंचा दो, और बदले में आप सभी को बहुत सारे पैसे और इनाम दूंगा।
लड़के ऐसा करने के लिए तैयार हो जाते हैं, लेकिन व्यवसायी के घर जाते समय, वे बागी भान सिंह के लोगों की चंगुल में फंस जाते हैं और जब भांसिंह को पता चलता है कि व्यापारी के भाई ने उसके साथ दगा किया है, तो भानसिंह बिज़नसमैन से वादा करता है कि वह विश्वासघाती राजनेता गुड्डू रस्तोगी को अपने तरीके से दंडित करेगा और उसे कुछ भी नुकसान नहीं होगा और वह अपने घर तक सुरक्षित पहुंच जाएगा। क्या ऐसा हो पाता है या नहीं, इसके लिए आपको 9 सितंबर को फ़िल्म सबवे देखनी होगी।