परंपरा : दूल्हे के लिए डोली और बरातियों के लिए बैलगाड़ी, देखने वालो ने कहा वाह
आज देवरिया जिले के कुशहरी गांव से छोटेलाल पाल की शादी मे तीन दशक पहले की याद ताजा कर गई, जिसे देखने के लिए क्षेत्रीय लोगों का जमावड़ा लग गया।
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दूल्हा बने छोटेलाल ने शादी मे स्वयं के लिए डोली की सवारी और बरातियों के लिए किया बैलगाड़ी इन्तजाम किया।