बचपन बचाओ आंदोलन के शिकायत पर बाल मजदूरी पर हुई छापामार कार्रवाई

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परतावल, शेषमणि पांडेय। बचपन बचाओ आंदोलन गोरखपुर-बस्ती मंडल के समन्वयक उमाशंकर यादव ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि जिला अधिकारी महराजगंज के निर्देश के पालन मे उप जिलाधिकारी महोदय के निर्देशन में जिला बाल संरक्षण अधिकारी जकी अहमद के नेतृत्व में आज दिनांक 25 फरवरी को परतावल के विभिन्न दुकानों पर दूसरों राज्य से आए बच्चों को अवमुक्त कराने के लिए छापा मार कार्यवाई की।जिसमें एएसटीयू प्रभारी शकील अहमद ,परतावल चौकी इंचार्ज रामचरण, चाइल्ड लाइन स्टाफ चंद्र प्रताप सिंह, सन्तोष उपाध्याय बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता कैलाश सिंह, बिन्द्रेश सिंह मंडलीय समन्वयक उमाशंकर यादव आदि लोग शामिल रहे।आपको बताते कि परतावल के विभिन्न दुकानों पर छापेमारी की गई जिसमें 3 बच्चे काम करते हुए पाये गये। उनको कागजी कार्रवाई करते हुए उनके मां बाप को सुपुर्द किया गया।प्रभारी उप जिला अधिकारी अविनाश कुमार जी के निर्देश के क्रम में बचपन बचाओ आंदोलन के समन्वयक उमाशंकर यादव, कैलाश सिंह, बिन्देश सिह आदि लोग उपस्थित रहे। मोहन ऑटोमोबाइल गोरखपुर रोड का बाल श्रमिक भाग गया, एमके टायर हाउस के बच्चों नही लिए।विधायक के निवास के सामने चाय मिष्ठान की दुकान पर पाए गए बच्चे को भी टीम ने नहीं उठाया, हास्पीटल रोड मोड पर स्थित दुकान पर पाए गए बच्चे को भी नहीं उठाया गया।परतावल पुरानी बाजार मे एक कैटर्स के वहां काम कर रहे 3 बच्चों को नहीं उठाया, टायर हाउस के सामने चाय मिष्ठान की दुकान पर पाए गए बच्चे को नहीं उठाया गया।कुल 8 दुकानों पर बच्चे पाए गए जिसमें बच्चे को टीम ने साथ में नही लिया और पुलिस चौकी पर ले जाकर आवश्यक कार्यवाही पूरा करने के बाद उनके गार्जियन को सौंप दिया।मजे की बात यह रही कि एक बच्चा आजमगढ़ जिले से यहां आकर काम कर रहा था उस बच्चे को लिखा पढ़ी के बाद दुकानदार को सौंप दिया गया। जबकि इन बच्चों को FIR के बाद सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश होने के उपरांत ही मां-बाप को सपना होता है।वहीं बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने बताया छापामार कार्रवाई होने से बच्चों से काम कराने वाले दुकानदार फटाफट अपने दुकानों से बच्चों को भगा दिए या दुकान ही बंद कर दिए ।अब देखना यह है कि जिला बाल संरक्षण अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं।

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