गोरखपुर महोत्सव: तरसते रहे आम दर्शक, सिर्फ अधिकारियों के परिवारों को ‛पास’

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गोरखपुर। गोरखपुर महोत्सव की चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर है। पूरा शहर इसे लेकर एक्ससीटेड है। सोनू निगम, अलका याग्निक, राजू श्रीवास्तव जैसे कलाकारों को देखने और सुनने का मौका भी मिल रहा है। लेकिन सोशल मीडिया पर इस महोत्सव की अलग ही चर्चा है।

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और वह चर्चा है गोरखपुर महोत्सव के सेटिंग मैनेजमेंट को लेकर। आपको बता दें कि इस बार पूरे महोत्सव में आधे से अधिक सीटें वीआईपी और वीवीआईपी के लिए रिजर्व की गई हैं और मजे की बात यह है कि वीआईपी और वीवीआईपी के पास शहर के प्रतिष्ठित लोगों तक में नहीं बांटे गए। सिर्फ अधिकारियों के परिवार, रिश्तेदार, नौकर चाकर ही वीवीआइपी पास लेकर घूम रहे हैं।

शहर के कई वरिष्ठ व्यापारियों, वरिष्ठ राजनेताओं यहां तक कि मीडिया कर्मियों को भी पास उपलब्ध नहीं कराया गया।

मीडिया के लिए भी पीछे दी गई है

किसी भी आयोजन को जनता तक पहुंचाने का काम मीडिया का होता है लेकिन गोरखपुर महोत्सव में मीडिया तक को उचित जगह नहीं दी गई है। मीडिया के लिए 2 टेबल एकदम पीछे लगाया है। इसे लेकर मीडिया कर्मियों में भी रोष है। राष्ट्रीय मीडिया में काम करने वाले पत्रकार कहते हैं कि इतने बड़े प्रोग्राम में इस तरह की बदइंतजामी पहले कभी नहीं देखी। मीडिया के लिए इतना पीछे जगह दी गई है जहां से कुछ दिखता ही नहीं है। ऐसे में कोई कैसे इस प्रोग्राम को कवर करेगा?

आम जनता में भी रोष