कृषि मेला: वैज्ञानिकों ने किसानों को दी कृषि योजनाओं की जानकारी
ब्लॉक मुख्यालय उरुवा परिसर में किसान मेला का हुआ आयोजन
गोरखपुर:कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत विकास खंड उरुवा परिसर में कृषि निवेश मेला(रवी) का आज आयोजन किया गया।कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को सरकार द्वारा कृषकों के लिए उपयोगी योजनाओं, फसल अवशेष प्रबंधन, संतुलित उर्वरकों का प्रयोग आदि के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि बबलू तिवारी ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सरकार की योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने का कार्य करें।पूर्व अपर जिला कृषि अधिकारी रामअधार यादव ने बताया कि किसान खेत में फसल अवशेष जलाए नहीं, बल्कि खेत मे 10 किग्रा यूरिया प्रति एकड़ डालें और पानी चलाकर छोड़ दें।उसके बाद खेत की जुताई करा दें, फसल अवशेष सड़कर जैविक खाद बन जाएगी।जो फसल उत्पादन बढ़ाने में सहयोगी होगी।
फैजाबाद कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. नीतीश पांडेय ने कृषकों को मौसम की जानकारी, मृदा परीक्षण की संस्तुति, मिट्टी के अनुसार फसल का चयन, सिंचाई साधन की उपलब्धता के अनुसार प्रजातियों के चयन करने आदि के बारे में किसानों को जानकारी दी।साथ ही गेहूं के साथ दलहन, तिलहन, सब्जी की खेती, बागवानी, पशु पालन, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन के बारे में बताते हुए कहा कि इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी।फसल वैज्ञानिक डॉ. एसके सिंह ने कृषि में यंत्रों का योगदान, लाइन से बुआई, सीड ड्रिल जीरो ट्रिल से बुआई करने के बारे में बताते हुए कहा कि इससे खाद-बीज कम लगेगा व उत्पादन बढ़ेगा।