गोरखपुर। मोदी सरकार ने पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म कर ऐतिहासिक कदम।उठाया था जिसके बाद देश के अधिकतर लोगों ने इस फैसले का जोरदार स्वागत किया था मगर वहीं कुछ नेता और लोग इस फैसले के खिलाफ थे। जबसे जम्मू कश्मीर से धारा 370 खत्म हुआ तरह तरह की बातें सामने आती रहती हैं। गृह मंत्रालय की ओर से हमेशा ये बयान सामने आता रहा है कि धारा 370 हटने के बाद घाटी की हालात बिल्कुल सामान्य है हालांकि जम्मू छोड़ कश्मीर में आज भी नेट की सुविधाओं, स्कूल बंद की समस्याएं आदि से लोग जूझ रहे हैं। दुनिया को ये दिखाने कि जम्मू कश्मीर में सब कुशल मंगल है उसके लिए सरकार ने कई अंतरराष्ट्रीय सांसदों की टीम से घाटी का भ्रमण भी कराया था और ये दिखाने का प्रयास किया था सब ओके है। हालांकि विपक्ष इसपर हमेशा ही सवाल उठाता रहा है कि अपने देश के विपक्ष के सांसदों को मोदी सरकार जानबूझ कर कश्मीर दौरा नहीं करने देना चाहती क्योंकि उन्हें डर है कि सच्चाई कहीं सामने न आ जाये। विपक्ष हमेशा ही ये बयान देता रहा है कि धारा 370 हटाना बीजेपी की सबसे बड़ी भूल है, इस फैसले से घाटी के हालात बिगड़ गए हैं और वहां के लोग काफी परेशान हैं।
लेकिन इन सब से परे मोदी सरकार के 38 केंद्रीय मंत्री आज जम्मू-कश्मीर दौरे पर जाएंगे और वहां लोगों के बीच विकास संदेश पहुँचाने की कोशिश करेंगे। सूचना के अनुसार बड़े अभियान के तहत 38 केंद्रीय मंत्री शनिवार (18 जनवरी) से जम्मू-कश्मीर के 60 स्थानों का दौरा करेंगे।
सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली में हुई मंत्री परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि वे स्थानीय लोगों से संवाद के दौरान विकास का संदेश फैलाएं। उनसे विभिन्न केंद्रीय योजनाओं की जानकारी भी देने को कहा गया, जिससे जमीनी स्तर पर लोगों को फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि उन्हें केवल शहरी इलाकों तक सीमित नहीं होना चाहिए बल्कि गांवों के लोगों से मिलना चाहिए और जम्मू-कश्मीर में केंद्र की ओर से किए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी देनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि 18 से 24 जनवरी के बीच 38 केंद्रीय मंत्री संघ शासित प्रदेश के दोनों संभागों का दौरा करेंगे और गृह मंत्रालय इसका समन्वय करेगा। इनमें से 51 दौरे जम्मू के और आठ दौरे श्रीनगर के होंगे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी रियासी जिले के कटरा और पंथाल इलाके का दौरा 19 जनवरी को करेंगी। इसी दिन मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी रेल मंत्री पीयूष गोयल श्रीनगर जाएंगे।