पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरागांधी के पुत्र और जवाहर लाल नेहरू के नाती राजीव गांधी जी का जन्म 20 अगस्त 1944 ईo में इलाहबाद में हुआ था। राजीव गांधी देश के 6वें (1984 से 1989) तक देश प्रधानमंत्री के पद पर बने रहे।
आज राजीव गांधी के 75वें जन्मदिवस पर जानते हैं उनके जीवन से जुडी कुछ रोचक बातें।
पूर्वप्रधानमंत्री राजीव गांधी जी को राजनीती में कोई दिलचस्पी नही थी, वो पायलट बनाना चाहते थें इसीलिये 1970 में पायलट के रूप में एयर इंडिया ज्वाइन में कार्य किये और राजनीती में उसने से पूर्व तक इसमे कार्यरत रहे।
ये बात जानकार आपको हैरानी होगी की आजाद भारत के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने,मात्र 40 वर्ष की आयु में इनको देश का प्रधानमंत्री चुना गया।
राजीव गांधी के नेतृत्व में 408 सीटों पर जीत हासिल कर केंद्र में काँग्रेस ने अपनी सरकार बनायी थी।
राजीव गांधी जी देश के युवा प्रधानमंत्री थे इसलिए उनकी सोच भी ऊर्जा से भरपूर एक युवा की तरह थी,राजीव गांधी ऐसे पहले प्रधानमंत्री थें जो आधुनिक और डिजिटल को बढ़ावा देने का कार्य किये ये अलग बाद है कि उसमे उन्हें पूर्ण सफलता नही मिली।
– राजीव गांधी जी के जन्मदिवस पर जानते हैं उनके योगदान के बारे में
गिराई चीन की दीवार
राजीव गांधी ने दिसंबर 1988 में चीन की यात्रा की. यह एक ऐतिहासिक कदम था. इससे भारत के सबसे पेचीदा पड़ोसी माने जाने वाले चीन के साथ संबंध सामान्य होने में काफी मदद मिली. 1954 के बाद इस तरह की यह पहली यात्रा थी. सीमा विवादों के लिए चीन के साथ मिलकर बनाई गई ज्वाइंट वर्किंग कमेटी शांति की दिशा में एक ठोस कदम थी.
पावर लोगों के हाथ में हो
राजीव गांधी के ‘पावर टू द पीपल’ आइडिया को उन्होंने पंचायती राज व्यवस्था को लागू करवाने की दिशा में कदम बढ़ाकर लागू किया. कांग्रेस ने 1989 में एक प्रस्ताव पास कराकर पंचायती राज को संवैधानिक दर्जा दिलाने की दिशा में कोशिश की थी. 1990 के दशक में पंचायती राज वास्तविकता में सबके सामने आया.सत्ता के विकेंद्रीकरण के अलावा राजीव ने सरकारी कर्मचारियों के लिए 1989 में 5 दिन काम का प्रावधान भी लागू किया. ग्रामीण बच्चों के लिए प्रसिद्ध नवोदय विद्यालयों के शुभारंभ का श्रेय भी राजीव गांधी को जाता है.
21 वीं सदी का सपना को पूरा करने का सपना
राजीव गांधी के भाषणों में हमेशा 21वीं सदी में प्रगति का जिक्र हुआ करता था. उन्हें विश्वास था कि इन बदलावों के लिए अकेले तकनीक ही सक्षम है. उन्होंने टेलीकॉम और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर्स में विशेष काम करवाया.
सिक्के वाले फोन जो मोबाइल से चलते अब अतीत में बदल चुके हैं. राजीव को अगले दशक में होने वाली तकनीक क्रांति के बीज बोने का श्रेय भी जाता है. उनकी सरकार ने पूरी तरह असेंबल किए हुए मदरबोर्ड और प्रोसेसर लाने की अनुमति दी. इसकी वजह से कंप्यूटर सस्ते हुए. ऐसे ही सुधारों से नारायण मूर्ति और अजीम प्रेमजी जैसे लोगों को विश्वस्तरीय आईटी कंपनियां खोलने की प्रेरणा मिली.
युवाशक्ति की ताकत
मतदान उम्र सीमा 21 से घटाकर 18 साल करने के राजीव के फैसले से 5 करोड़ युवा मतदाता और बढ़ गए. इस फैसले का कुछ विरोध भी हुआ.
लेकिन राजीव को यकीन था कि राष्ट्र निर्माण के लिए युवाशक्ति का दोहन जरूरी है. ईवीएम मशीनों को चुनावों में शामिल करने समेत कई बड़े चुनाव सुधार किए गए. ईवीएम के जरिए उस दौर में बड़े पैमाने पर जारी चुनावी धांधलियों पर रोक लगी. आज के दौर में चुनाव बहुत हद तक निष्पक्ष होते हैं और इनमें ईवीएम मशीनों का बड़ा योगदान है।
एक देश के प्रधानमंत्री के तौर पर राजीव गांधी जी का योगदान स्मरणीय है लेकिन 1991 के आम चुनाव में प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक भयंकर बम विस्फोट में राजीव गांधी की मौत हो जाने की वजह से उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका।
देश के युवा प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी का जन्मदिवस कांग्रेस पार्टी कुछ अनोखे रूप में मनाएगी इस अवसर पर राजीवगांधी को याद के जरिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह भरा जाएगा, तो वहीं राजीवगांधी के 75वें जन्मदिवस के मौके पर कांग्रेस पार्टी दिल्ली भर में ही कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।