आयुष द्विवेदी
गोरखपुर।
यूपी के मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ का कद देश के राजनीति में बढ़ गया है और लगातार बढ़ता ही रहा है।योगी आदित्यनाथ जब गोरखपुर के सांसद हुआ करते थे,तो पार्टी उनका चुनाव में उपयोग पूर्वांचल के आसपास के जिलों में ज्यादा करती थी।लेकिन 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी ने योगी को अहम भूमिका दी और वह भी पार्टी को निराश नहीं किए।उसी का नतीजा था कि बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला। पार्टी ने योगी को यूपी का मुख्यमंत्री बनाया।लेकिन बीजेपी में मोदी के बाद कौन होगा?
इस बात को आरएसएस भलीभांति जानती है इसीलिए योगी को पूरे देश में जिस भी प्रदेश में चुनाव हो रहा है,उसका जिम्मा मोदी के बाद योगी ही उठा रहे है।अगर यह कहा जाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद कोई स्टार प्रचारक है तो वह है सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ है।आपको बताते चले कि त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए है और यह केरल के बाद सबसे बड़ा वामपंथियो यानी लेफ्ट का गढ़ हुआ करता था लेकिन बीजेपी को आज यहां प्रचंड बहुमत मिला है इसका सारा श्रेह प्रधानमंत्री मोदी के बाद अगर किसी को जाता है तो वह योगी आदित्यनाथ को जाता है।क्योंकि जैसे आम चुनाव 2014 में मोदी मैजिक चल रही थी,मोदी के रैली में लाखो लोगों की भीड़ जुट रही थी लेकिन त्रिपुरा के रैली में 5000 का भीड़ जुटाने में बीजेपी को मुश्किल हो गयी थी।इसका मुख्य कारण यह था पूर्वोत्तर में बीजेपी अपना पाव पसार रही थी और यह भी सच था कि पूर्वोत्तर में कई प्रदेश में बीजेपी का कोई कैडर नहीं था,और अगर था भी तो वह काफी कमजोर था।बीजेपी और आरएसएस इस बात को जानती थी तभी तो गुजरात और हिमाचल के बाद त्रिपुरा में जीत की जिम्मेदारी मोदी के बाद योगी को मिली।
त्रिपुरा में नाथ संप्रदाय के 35 परसेंट लोग निवास करते है और योगी भी नाथ संप्रदाय से ही आते है।योगी की छवी एक कट्टर हिंदुत्व की है और जो हिन्दू बांग्लादेश से त्रिपुरा चले आए उनको योगी काफी पसंद है। दूसरा नाथ संप्रदाय का भरोशा और यही भरोशा योगी के रैली में भीड़ में तब्दील हो गयी क्योंकि वह बांग्लादेशी हिन्दुओ और नाथ संप्रदाय के लोगो की बात करने लगे और लोग भी उनके ऊपर भरोशा और आज यही भरोशा बीजेपी को प्रचंड बहुमत दिला कर त्रिपुरा में जीत दिलाई।