देवरिया जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव को पुलिस ने किया गिरफ्तार
संदीप त्रिपाठी
देवरिया। यूं तो समाजवादी पार्टी के नेताओं का पूर्व की सरकारों में बड़े पैमाने पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगता रहा है लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष देवरिया रामप्रवेश यादव इस सरकार में भी अपना नजरिया नहीं भूले जिसका उन्हें बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा और पुलिस ने उनके ऊपर शिकंजा कसते हुए गिरफ्तार कर लिया है. दस करोड़ की जमीन के बैनामा के लिए दीपक मणि के अपहरण कांड के मुख्य आरोपी जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव को महाराजगंज के ठूठीबारी से देवरिया की स्वाट टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष पर आइजी द्वारा पचास हजार रुपये के घोषित इनाम की राशि एसपी ने स्वाट टीम को देने की घोषणा की है।
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से फ़ोन पर बात करते हुए पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने बताया कि 20 मार्च को देवरिया खास निवासी दीपक मणि का अपहरण कर 17 अप्रैल को उसके दस करोड़ की जमीन को बैनामा करा लिया गया। इस घटना का दो मई को खुलासा कर दिया गया, लेकिन तभी से मुख्य आरोपित जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव फरार चल रहा था। इससे पड़ोसी देश नेपाल के देउरवा स्थित एक रिश्तेदार के यहा पनाह ली थी, दो देशों का मामला होने के चलते पुलिस जानने के बाद भी उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी, शनिवार को वह नेपाल से महाराजगंज के ठूठीबार पहुंचा और उसे बस से लखनऊ जाना था, पहले से पीछे लगी स्वाट टीम ने उसे दबोच लिया। इसके पास दो मोबाइल, तीन सिम कार्ड भी बरामद किए हुआ है। मुख्य आरोपित के ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था, जिसको स्वाट टीम को अब दिया जाएगा।
यह है पूरा मामला :
देवरिया खास निवासी दीपक मणि का दस करोड़ की जमीन बैनामा कराने के लिए बीस मार्च को सलेमपुर से अपहरण कर लिया गया और विभिन्न जगहों पर उसे रखा गया। साथ ही दस करोड़ की जमीन का पाच नामों से 17 अप्रैल को बैनामा करा लिया गया। इसकी भनक जब दीपक की बहन को लगी तो उसने एसपी के पास पहुंचकर शिकायत दर्ज कराया। एसपी ने इसकी जाच की और दो मई को दीपक मणि को सपा के पूर्व सासद रमाशकर विद्यार्थी के कटरा से मुक्त करा लिया। साथ ही चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।