गोरखपुर की तंग गलियां जहां के रास्त टेढ़े मेढे और पतले हैं। इसमें पुलिस को पेट्रोलिंग करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। आपको बता दें कि गोरखपुर शहर के जो पुराने हिस्से हैं जैसे कि रेती, घंटाघर, तिवारीपुर आदि यहां पर रास्ते काफी पतले पतले और संकरे हैं। ऐसे में पुलिस को पेट्रोलिंग करने में काफी दिक्कत हो रही थी। उत्तर प्रदेश डायल 100 की गाड़ियां इन क्षेत्रों में नहीं जा पाती थी।
इस समस्या से निपटने के लिए पुलिस ने अब एक नई व्यवस्था की है अब इन जगहों पर पेट्रोलिंग डायल 100 के बाइकों से होगा।
डायल 100 को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से शहरी क्षेत्र के घनी आबादी में तत्काल मौके पर पहुंचने के लिए 32 बाइक मिली है। शहरी क्षेत्र में पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना आने के 15 मिनट के अंदर घटनास्थल पर डायल 100 की गाड़ी मौके पर पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। जिससे की जल्द से जल्द पहुंच कर मदद की जा सके। शहर में डायल 100 में इनोवा गाड़ियां मिली है।
लेकिन शहर के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां गलिया सकरी होने के चलते यह वाहन जल्दी मौके पर नहीं पहुंच पाते। विलंब से पहुंचने पर पुलिस की काफी किरकरी होती थी। पुलिस के अधिकारियों तक को इसका जवाब देना पड़ता था। इसको देखते हुए डायल 100 के लिए बाइक की मांग की गई थी।