अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। ऐसे में सरकार की तरफ से अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के लिये बड़ा कदम उठाया गया है।
दरअसल, बालटाल और पहलगाम, दो रास्तों से होने वाली अमरनाथ यात्रा की शुरुआत दक्षिण कश्मीर से होती है और दक्षिण कश्मीर ही पिछले कुछ वक्त से आतंकियों का अड्डा बना हुआ है। इसी के चलते खुफिया एजेंसियों को शक है कि ये आतंकी अमरनाथ यात्रियों को निशाना बना सकते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी हमले के दौरान सुरक्षा बलों और नागरिकों को बंधक बना सकते हैं। NSG की क्रेक टीम दूर से मार करने वाले स्नाइपर के अलावा वाल पेनिट्रेशन राडार और ग्लोक पिस्टल से लैस है।
शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने गुरुवार को कश्मीर में आगामी वार्षिक अमरनाथ यात्रा के इंतजामों की समीक्षा की। सेना के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी दी।
अमरनाथ यात्रा के दौरान बौखलाए आतंकी अपनी मौजूदगी दिखाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। आतंकियों के ऐसे मंसूबों की भनक खुफिया एजेंसियों को बखूबी है। यही कारण है कि इस बार ब्लैक कैट कमांडोज को अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है।
बता दें कि अमरनाथ यात्रियों पर पिछले साल भी आतंकी हमला हुआ था जिसमें 7 श्रद्धालुओं की जान चली गई थी। इस बार भी आतंकी साजिश का बड़ा खतरा अमरनाथ यात्रा पर मंडरा रहा है।
गौरतलब है कि पिछले साल 10 जुलाई को आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा पर निकले भक्तों पर हमला किया था। अमरनाथ यात्रा से लौट रही करीब 50 श्रद्धालुओं से भरी एक बस पर पाकिस्तानी आतंकियों ने अनंतनाग में अंधाधुंध गोलियां बरसा दी। हमले में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, करीब 20 यात्री जख्मी हो गए थे।