गोरखपुर। चौरीचौरा थाना क्षेत्र में कल दिनदहाड़े डबल मर्डर केस के नामजद 9 आरोपियों में से पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
इस मामले में जो 9 आरोपियों बनाये गए है उनमे से राघवेंद्र यादव, बसंतलाल यादव, राम दरस, सुदर्शन, रामलखन, शर्मा, राम सजन, संतोष व रमाकांत के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया गया है। लकिन ये अभी तक पुलिस की गिरफ्तारी से दूर है।
हालांकि अभी तक गिरफ्तारी ना होने के कारण स्थानीय ग्रामीणों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है वहीं गांव में एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल तैनात है।
क्या था मामला
रिटायर्ड दरोगा और उनके बेटे मुकदमे की तारीख देखकर शहर से लौट रहे थे की मंगलवार की शाम को झंगहा के गजाईकोल पुलिया पर बदमाशों ने उनके ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया। रिटायर्ड दरोगा ने भागकर जान बचाने की कोशिश की तो बदमाशों ने उन्हें दौड़ा कर गोली मारी।
इतनी बड़ी वारदात होने के बाद पुलिस के लिए भी एक बहुत बड़ी चुनौती बन गई है हालांकि घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। दोनों शव को उठाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इससे पूर्व भी दरोगा के भाई और बेटे की हत्या हो चुकी है।
उसी मामले में फरार चल रहे हैं युवक और उसके साथियों पर पिता-पुत्र की हत्या का आरोप लगाया जा रहा है।
सुगहा बारी टोला निवासी 60 वर्षीय जयहिंद यादव 6 महीने पहले पुलिस विभाग के दरोगा के पद से रिटायर्ड हुए थे।
मंगलवार की शाम जैसे ही वो गजाईकोल पुलिया के पास पहुंचे थे कि उसी दौरान सामने से बाइक से आए 2 बदमाशों ने उनपर गोलियां बरसा दी बदमाशों ने पहले बाइक चला रहे नागेन्द्र को गोली मारी। बेटे को गोली लगने के बाद पिता जयहिंद ने भाग कर छिपने की कोशिश की तो बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने दौड़ाकर उन्हें गोलि मार दी।
बदमाश इस दोहरे हत्याकांड के बाद असलहा लहराते हुए फरार हो गए।
घटना की सूचना पाकर मौके पर जिलाधिकारी विजेन्द्र पांडियान और एसएसपी शलभ माथुर भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। अफसरों के समझाने और हत्यारोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देने के बाद किसी तरह से ग्रामीण माने और देर शाम को शव को पुलिस कब्जे में ले पाई।
गांव में पुलिस और पीएसी तैनात
पिता-पुत्र की हत्या के बाद उपजे आक्रोश को देखते हुए गांव में हत्यारोपियों के घर के पास पुलिस और पीएसी लगा दी है। हालांकि घर पर कोई है नहीं लेकिन गुस्साए लोग घर में तोड़फोड़ के साथ अगजनी न कर दें इसके लिए पुलिस ने एहतियातन यह कदम उठाया है।