लोकसभा चुनाव होने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए है 11 अप्रैल से देशभर के तमाम प्रदेशों में पहले चरण के लिए वोटिंग होगी। बात गोरखपुर की करें तो यहां पर आखिरी यानी सातवें चरण में चुनाव होने हैं जोकि 19 मई को होगा, गोरखपुर सीट अपने आप में अहम है क्योंकि यहां से लगातार 5 बार सांसद रहे हैं योगी आदित्यनाथ जोकि मौजूदा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। सबकी निगाहें गोरखपुर सीट पर टिकी है कि आखिर यहां से बीजेपी प्रत्याशी कौन होगा। आपको बता दें हाल ही समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ बीजेपी का साथ पकड़ने वाली निषाद पार्टी की तरफ से ये कयास लगाए जा रहे है कि जिस तरीके से लखनऊ में संजय निषाद की मुलाकात योगी आदित्यनाथ से हुई और फिर दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से तो कहीं न कहीं गोरखपुर से बीजेपी प्रवीण निषाद को उम्मीदवार घोषित कर सकती है। ये वही प्रवीण निषाद है जो 2018 में हुए उपचुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार उपेंद्र शुक्ला को शिकस्त दी थी। उस समय प्रवीण ने सपा बसपा के गठबंधन पर जीत हासिल की थी। पर अब समाजवादी पार्टी छोड़ने के बाद जिस तरीके से निषाद पार्टी ने बीजेपी का दामन थामा है तो ऐसा लगता है जैसे प्रवीण ही गोरखपुर के बीजेपी प्रत्याशी होंगे। वहीं सूत्रों की माने तो योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से किसी और यानी अपने नजदीकी मन्दिर से तालुख रखने वाले को उम्मीदवार घोषित करेंगे। लेकिन अगर ऐसा होता है तो देखने वाली बात होगी कि निषाद पार्टी तब क्या कदम उठाती है क्योंकि कहीं न कहीं निषाद पार्टी ने इसी शर्त पर बीजेपी का साथ पकड़ा है ताकि गोरखपुर से प्रवीण तो महराजगंज से संजय निषाद को उम्मीदवार बनाया जाये। खैर अभी सीटों का एलान बाकी है और जब पार्टी सीटों का एलान करेगी तभी पता चलेगा कि गोरखपुर से बीजेपी का उम्मीदवार कौन?