गोरखपुर : हवाला कारोबार में मोबाइल कारोबारियों की गिरफ्तारी के बाद से परत-दर-परत नए मामले निकल के सामने आ रहे हैं ताजा मामला तारामंडल स्थित भारत पेट्रोलियम के पंप का है।
पंप की पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन एटीएस ने अपने कब्जे में ले ली है। तफ्तीस में पता चला है कि सेल्समैन रुपये के लालच में एक साल से पीओएस मशीन से कार्ड स्वैप करके मुर्शरफ (निखिल राय बदला नाम) को नकद रुपये दे रहा था। एटीएस के अधिकारियों ने पंप के मैनेजर से भी पूछताछ की।
तारामंडल क्षेत्र में प्रदीप राय का पेट्रोल पंप है प्रदीप राय मूलतः सिकरीगंज क्षेत्र के रहने वाले हैं। मोतीराम अड्डा क्षेत्र के भैंसहा गांव के पांडेय गोला निवासी दयानंद यादव लंबे समय से पंप पर बतौर सेल्समैन काम करता था। नोटबंदी के दौरान पंप मालिक ने बैंक से पीओएस मशीन ले ली। विश्वासपात्र होने के कारण दयानंद को इसके संचालन की जिम्मेदारी दे दी। पेट्रोल पंप पर भरवलिया गांव में पहचान बदलकर रहने वाला मुर्शरफ गाड़ी में तेल भराने आता था। पहले एटीएम कार्ड स्वैप कर वह गाड़ी में पेट्रोल भरवाता था। जान पहचान बढ़ने पर दयानंद से कार्ड स्वैप कराकर नकद रुपये लेने लगा। शनिवार की दोपहर एटीएस ने दयानंद का गिरफ्तार करने के बाद पंप पर स्थित सभी पीओएस मशीन कब्जे में ले लीं। कार्रवाई के दौरान मैनेजर उमेश राय अपने कमरे पर थे। फोन पर बातचीत करने के बाद एटीएस की टीम उनके पास पहुंच गई। पुलिस लाइन में 24 घंटे तक उनसे पूछताछ चली। घटना में कोई भूमिका न होने पर बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।