योगी आदित्यनाथ के सांसद से सीएम बनने तक का सफ़र….

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5 जून यानी आज विश्व पर्यावरण दिवस हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन।योगी आदित्यनाथ आज 46 साल के हो गए।आइये आपको बताते हैं योगी आदित्यनाथ के सांसद से सीएम बनने तक का सफऱ:-

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योगी बनने से पहले आदित्यनाथ का नाम “अजय सिंह बिष्ट” था जिसके बाद सन्यास अपनाकर अजय सिंह बिष्ट,योगी आदित्यनाथ बन गए।योगी पढ़ाई के दिनों में गणित में बहुत तेज थे।

5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी जिला स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचूर गांव के राजपूत परिवार में योगी आदित्यनाथ का जन्म हुआ था।जिसके बाद 1977 में टिहरी के गजा के स्थानीय स्कूल में योगी ने पढ़ाई शुरू की।वर्ष 1987 में टिहरी के गजा स्कूल से योगी ने दसवीं की परीक्षा पास की।जिसके बाद 1989 में ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज से उन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की।स्कूली पढ़ाई खत्म करने के बाद वर्ष 1990 में योगी ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते हुए एबीवीपी(अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) से जुड़े।वर्ष 1992 में कोटद्वार के गढ़वाल यूनिवर्सिटी से गणित में बीएससी की परीक्षा पास की।योगी ग्रेजुएशन करने के बाद वर्ष 1993 में गणित विषय मे एमएससी की पढ़ाई के दौरान गुरु गोरखनाथ पर रिसर्च करने गोरखपुर आए।उसी समय महंत अवैद्यनाथ की नजर अजय सिंह यानी योगी आदित्यनाथ पर पड़ी।महंत अवैधनाथ से मिलने के बाद वर्ष 1994 में योगी सांसारिक मोहमाया त्यागकर पूर्ण संन्यासी बन गए,इसी के बाद “अजय सिंह नेगी” से “योगी आदित्यानाथ” हो गए।वर्ष 1998 में योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लोकसभा सीट के लिए बीजेपी के लिए चुनाव लड़ा और जीत गए। तब योगी की उम्र महज 26 साल थी।वर्ष 1999 में गोरखपुर से योगी दोबारा सांसद चुने गए।योगी ने वर्ष 2002 में हिन्दू युवा वाहिनी बनायी।वर्ष 2004 में योगी तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीता।वर्ष 2009 में योगी आदित्यनाथ 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे।वर्ष 2014 पांचवी बार एक बार फिर से दो लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर योगी सांसद चुने गए।योगी अब पूरे उत्तर प्रदेश सहित देश मे अपनी एक अलग पहचान बना चुके थे तभी तो 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने योगी आदित्यनाथ से पूरे राज्य में प्रचार कराया।यहां तक कि प्रचार करने के लिए योगी को एक हेलीकॉप्टर तक दे दिया गया था।यूपी विधानसभा चुनाव के परिणाम आ चुके थे और बीजेपी ने पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल कर ली थी।19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई जिसमें योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुनकर मुख्यमंत्री का ताज सौंप गया।अगले ही दिन 20 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ ने देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।