आइये जानते हैं धनतेरस के शुभ मुहूर्त कब और कैसे करें पूजा
महर्षि पाराशर ज्योतिष संस्थान “ट्रस्ट”के ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश पाण्डेय बताते है कि
हिन्दू पञ्चाङ्ग के अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि में समुन्द्र मंथन के समय आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि अमृत का कलश लेकर निकले थे,इस लिए इस तिथि को धन्वंतरी जयन्ती भी कहते है। आज के दिन धन्वंतरी की पूजा करने से पूरे वर्ष भर आरोग्यता बनी रहती है।
धनतेरस के दिन बन रहे हैं शुभ मुहूर्त
इस बार शुक्रवार का दिन होना,पूर्वा०फाल्गुनी नक्षत्र दिवा 09:10 मिनट पश्चात उ०फाल्गुनी नक्षत्र भोग करेगी व सिद्धि योग मिल रहा है।अतः इस बार की धन त्रयोदशी अत्यन्त ही शुभ मानी जा रही है।