उत्तर प्रदेश में सड़कों की खराब हालत को दुरुस्त करने के मामले में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने साफ कहा कि बरसात के दौरान सड़कों का खराब होना और उनमें गड्ढे होना स्वाभाविक प्रक्रिया है। इसको कोई भी रोक नहीं सकता। सड़कें तो बनती और बिगड़ती रहती है, इसलिए इनको दुरुस्त करने और गड्ढे भरने की डेडलाइन कभी भी तय नहीं की जा सकती। केशव प्रसाद मौर्य ने एक तरह से सीएम योगी आदित्यनाथ के 15 नवंबर तक सड़कों को दुरुस्त करने की डेडलाइन को नकार दिया है।
दीपावली के पर्व पर प्रयागराज पधारे उप मुख्यमंत्री और पीडब्लूडी विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा बारिश की वजह से प्रदेश में कई सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। उन्हें अच्छे से दुरुस्त कराया जा रहा है। यह तो सभी को पता है कि हर वर्ष बारिश में सड़कें खराब होती हैं। मानसून के अंतिम सत्र में प्रदेश में इस वर्ष भारी बरसात हुई है। जिसके कारण सड़कों में जगह-जगह पानी भरा और भारी वाहनों के लगातार आवागमन से गड्ढे बनते रहे। बरसात के कारण इनको तत्काल दुरुस्त करना भी संभव नहीं है। खराब सड़कों और सड़कों के गड्ढे भरने की सरकारी कवायद पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सड़कों को दुरुस्त करने का काम जारी है। सड़क बनाने व गड्ढों को भरने की गुणवत्ता पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रदेश में 15 नवंबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की डेडलाइन को सीधे तौर पर नकार दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बारहों महीना सड़कें बनती व खराब होती रहती हैं। यह तो लगातार चलने वाला काम है, इसलिए इसमें कोई डेडलाइन कभी तय नहीं की जा सकती है।