लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में मौजूद मरीजों और उनके तीमारदारों से बातचीत कर अस्पताल की सेवाओं की जानकारी प्राप्त ली।
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उन्होंने चिकित्सा शिक्षा मंत्री तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री को अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिये अस्पतालों का औचक निरीक्षण जरूरी है।
सीएम ने औचक निरीक्षण के बाद लाॅकडाउन की समीक्षा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के काम को सरकार ने कोविड-19 के संक्रमण से निपटने के लिए और गति प्रदान की है।
विभिन्न श्रेणी के कोविड अस्पतालों की स्थापना, वहां डॉक्टरों सहित हर स्तर के प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता, दवा एवं संक्रमण से बचाव वाले उपकरणों की व्यवस्था के साथ-साथ अन्य रोगियों के लिए टेलीमेडिसिन के द्वारा चिकित्सीय परामर्श तथा इमरजेंसी सेवाओं का संचालन कराया जा रहा है।
नियमित संवाद और सम्पर्क के माध्यम से प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने पर बल देते हुए उन्होने कहा कि लॉकडाउन को सफल बनाए रखने के लिए मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक सभी जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों से नियमित संवाद कायम रखें। उन्होंने ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में सेनिटाइजेशन कार्य को सतत् जारी रखने के निदेर्श भी दिए।
सीएम योगी ने कहा कि होम क्वारंटीन व्यवस्था की सफलता के लिए निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए तथा इनके द्वारा किए जा रहे सर्विलांस कार्य का फीडबैक मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त किया जाए।
उन्होंने निगरानी समितियों को सक्षम बनाने पर बल देते हुए कहा कि यह समितियां घरेलू तथा राजस्व सम्बन्धी विवादों को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से 44 हजार ग्राम प्रधानों से संवाद किया जा चुका है।
उन्होने कहा कि किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार ने गेहूं खरीद की व्यवस्था की है। मूल्य समर्थन योजना के तहत गेहूं क्रय केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने निराश्रित गौ-वंश के लिए स्थापित गौ-आश्रय स्थलों के लिए भूसा बैंक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने तथा पशुओं की ईयर टैगिंग कार्य को तेजी से पूरा करने के निदेर्श भी दिए। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए बचाव के सभी प्रबन्ध किए जाएं तथा लोगों को इस सम्बन्ध में जागरूक भी किया जाए।