गोरखपुर। लगभग 1 हफ्ते तक उमस भरी गर्मी से उत्तर भारत के लोगों को आज राहत मिली है। मध्य जून से शुरू हुए बारिश का सिलसिला लगभग 1 हफ्ते पहले थमा था उसके बाद तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगा था।
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तापमान बढ़ने से उत्तर भारत का हाल बेहाल होने लगा था। लेकिन आज सुबह से शुरू हुई बारिश ने मौसम को ठंढा कर दिया है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ नदियों के उफान से भयभीत लोगों के मन में अब बाढ़ का डर बैठने लगा है। उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। वहीं मौसम विभाग में पूरे उत्तर भारत में अगले 3 दिन भारी बारिश के आसार जताएं हैं। भारी बारिश के मद्देनजर मौसम विभाग ने इन राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
साउथ गुजरात में भी मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से शहर के कई इलाकों में जलभराव है।
मौसम विभाग ने पहले ही पूर्वानुमान में कहा था कि रविवार से लगातार बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून उत्तर की ओर बढ़ेगा और अगले 3-4 दिनों तक स्थिर रहेगा। 19 से 21 जुलाई के बीच दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में भारी बारिश होने की उम्मीद है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश का अनुमान लगाते हुए रेड अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत में बारिश (Rain) का दौर जारी रहने से उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिलेगी लेकिन भारी बारिश के कारण असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ की स्थिति और खराब हो सकती है। उत्तराखंड और पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं।
वहीं दूसरी तरफ असम में बाढ़ जनित घटनाओं में तीन और लोगों की मौत हो गई, जिससे इस प्राकृतिक आपदा के कारण मरने वाले लोगों की संख्या 105 हो गई है।
असम के 33 जिलों में से 26 में 27.64 लोग लोग बाढ़ से प्रभावित है। यहां बाढ़ के कारण घर क्षतिग्रस्त हो गए, फसलें तबाह हो गईं और कई स्थानों पर सड़कें और पुल टूट गए।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बाढ़ संबंधी अपनी दैनिक रिपोर्ट में बताया कि दो व्यक्तियों की मौत बारपेटा में और एक व्यक्ति की मौत दक्षिण सालमारा जिले में हुई।
कुल 105 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 26 की जान भूस्खलन की चपेट में आने के कारण गई। इसमें बताया गया कि इस बार बरसात के मौसम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 96 पशुओं की जान चली गई।