विकास के पथ पर बढ़ता गोरखपुर

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आयुष। हर मुख्यमंत्री का ध्यान अपने गृह जनपद के विकास कार्यो के प्रति ज्यादा रहता है, योगी आदित्यनाथ भी इससे अछूते नही है। जबसे वह मुख्यमंत्री बने है तबसे गोरखपुर और उसके आसपास के जनपदों के विकास में तेजी आई है। अगर सभी कार्य ठीक ढंग से हो तो गोरखपुर और उसके आसपास के जिलों की तस्वीर बदल जाएगी। 2014 के लोकसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री ने एक चुनावी जनसभा में पूर्वांचल की दशा बदलने की बात कही थी लेकिन असली विकास का आगाज तब हुआ जब योगी आदित्यनाथ को यूपी में प्रचंड बहुमत के बाद मुख्यमंत्री बनाया गया। उसके बाद गोरखपुर के विकास की उम्मीद बढ़ने लगी और योगी ने भी लोगो के भावना को समझकर विकास का रुख पूर्वांचल के तरफ मोड़ दिया।

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एनेक्सी भवन, गोरखपुर

वर्तमान में गोरखपुर के विकास को देखकर कहा जा सकता है आने वाले कुछ सालों में यह बड़े शहरों को टक्कर देगा। शहर में एम्स फर्टिलाइज और शहर के बीच से होकर गुजरने वाली तीन तीन फोरलेन यहां के विकास की कहानी बयां करती है। 2014 लोकसभा चुनाव के पूर्व शायद ही किसी ने एम्स के बारे में सोचा होगा लेकिम आज की स्थिति यह है कि एम्स का कार्य बहुत ही तेजी से हो रहा है और 24 फरवरी को प्रधानमंत्री के हाथों एम्स के OPD की शुरू होने वाला है। एम्स के निर्माण में 1000 करोड़ से ज्यादा का खर्च हो रहा है इसमें 750 बेड और 150 आपरेसन थिएटर होंगे एम्स के निर्माण होने के बाद गोरखपुर और उसके आसपास के जनपदों के साथ ही बिहार और नेपाल के लोगो के लिए यहाँ इलाज कराना मुफीद हो जाएगा और वह गंभीर बीमारियों का इलाज यहां करा सकेंगे।

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निर्माणाधीन एम्स

इसके बाद बात करते हैं यातायात और आवागमन की तो जहा पहले गोरखपुर से बाहर जाने के लिए हवाई सेवा बिलकुल नगण्य थी वहीँ अब दिल्ली मुंबई बेंगलोर के लिए 7 फ्लाइट उपलब्ध है।

2018-06-24
गोरखपुर एयरपोर्ट पर खड़ा हवाई जहाज 

इसके अलावा नंदानगर अंडरपास, चारफाटक अंडर पास जो लम्बे समय से लटके हुए थे वो योगी के कार्यकाल में बन कर तैयार हैं।वही बात करे प्रसाशनिक स्तर का एक मिनी सचिवालय का भी निर्माण भी योगी सरकार में संभव है उम्मीद है इससे हर कम के लिए लखनऊ जाने से निजात मिलेगी ।