नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉक डाउनलोड चल रहा है। न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी लाखों लोग घरों से दूर फंसे हुए हैं भारत सरकार उन सभी को वापस उनके घर पहुंचाने का काम शुरू कर रही है।
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विदेशों में फंसे लोगों को किया जा रहा है यह एयर लिफ्ट
पहले दूसरे राज्यों में फंसे लोगों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई गई और अब विदेशों में फंसे भारतीयों को देश वापस लाने के लिए मिशन वंदे भारत शुरू किया गया है। आज संयुक्त अरब अमीरात UAE से भारतीयों को लेकर दो हवाई जहाज केरल पहुंचे।
इन 2 हवाई जहाजों से 363 इंडियन को वापस अपने देश लाया गया है। यूएई के अबू धाबी से भारतीयों को लेकर एयर इंडिया एक्सप्रेस की पहली फ्लाइट कोच्चि पहुंची।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्विटर के जरिए बताया कि मिशन वंदे भारत की शुरुआत हो चुकी है। पहली दो फ्लाइट भारतीयों को यूएई से लेकर आ चुकी है।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के अनुसार 181 लोगों के साथ पहली फ्लाइट UAE से कोच्चि पहुंच चुकी है। इनमें 177 यात्रियों के साथ 4 बच्चे शामिल हैं।वहीं 182 यात्रियों के साथ दूसरी फ्लाइट दुबई से केरल के कोझिकोड पहुंची। इसमें 177 यात्रियों के साथ 5 बच्चे कोझिकोड पहुंचे।
एयरलिफ्ट किए गए सभी लोगों को अनिवार्य 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाना है। इसकी व्यवस्था राज्य सरकार कर रही है। आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने विदेशों से आने वाले नागरिकों के लिए पेड़ क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था की है। यानी की उन सभी यात्रियों को जो दूसरे देशों से रेस्क्यू कर लाए जा रहे हैं उन्हें 14 दिन के क़वारन्टीन में रहने के लिए भुगतान करना होगा।
विदेशों में फंसे लोगों को लाने के लिए वंदे भारत मिशन
विदेशों में फंसे लोगों को वापस आने के लिए भारत सरकार ने इस मिशन को वंदे भारत मिशन का नाम दिया है। यूएई से भारतीय नागरिकों के लेकर आने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एयर इंडिया और नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी का आभार जताया है।
12 देशों से दो लाख नागरिक होंगे एयरलिफ्ट
भारत सरकार वंदे भारत मिशन के जरिए एयर इंडिया के माध्यम से 12 देशों में फंसे 1 लाख 93 हजार भारतीय नागरिकों को अपने देश लाएगी। वहीं अमेरिका से भारतीयों के आने का सिलसिला 9 मई से शुरू होगा। अमेरिका के कई शहरों से भारत के कई शहरों के बीच कॉमर्शियल फ्लाइट की सेवा शुरू की जाएगी।