गोरखपुर। कोविड-19 के टेस्टिंग हब और इलाज का सेंटर कहे जाने वाले बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मेडिकल कॉलेज में पिछले चार दिनों में सात डॉक्टरों में कोरोना की पुष्टि हुई।
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इसमें गायनी के चार, एनेस्थीसिया के दो और पीडिया का एक डॉक्टर शामिल है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने तीनों विभागों को बंद कर सैनेटाइजेशन शुरू कर दिया है।
मंगलवार को सुबह तीनों विभागों में हाइपोक्लोराइड सॉल्यूशन से छिड़काव किया गया। इस काम में दो दर्जन कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है। तीनों विभाग में दो दर्जन से अधिक डॉक्टरों के कमरे हैं।
सभी को सैनेटाइज किया गया है। एनेस्थीसिया और गायनी विभाग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यहां पर बाहरी व्यक्तियों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लग गई है। पीडिया के भी एक रास्ते को बंद कर दिया गया है। इस विभाग में सिर्फ एक तरफ से ही एंट्री हो सकती है।
मेडिकल कॉलेज के एनेस्थीसिया विभाग के सीनियर शिक्षक सोमवार को कोरोना संक्रमित मिले। वह कैंपस में ही आवासीय कॉलोनी में रहते हैं। देर शाम को उनके आवास के आसपास एरिया को पुलिस ने बैरिकेडिंग कर सील कर दिया। प्रशासन ने सैनेटाइजेशन कराया है।
आधा दर्जन रेजीडेंट में हुए बीमार बीआरडी मेडिकल कॉलेज में रेजीडेंट तेजी से कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। मंगलवार को छह और रेजीडेंट की तबीयत बिगड़ी है। इनमें से तीन महिला रेजीडेंट है। सभी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया गया है। उनके नमूने जांच के लिए बुधवार को भेजे जाएंगे।
ओल्ड पीजी, मैरिड और इंदिरा छात्रावास में ज्यादा खतरा
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के तीन हॉस्टल कोरोना संक्रमण की जद में आ गए हैं। ओल्ड पीजी, मैरिड हॉस्टल और इंदिरा छात्रावास में रहने वाले छह डॉक्टर संक्रमित हुए हैं।
इन तीन हॉस्टलों में रहने वाले छह और रेजीडेंट की तबीयत खराब है। इसके कारण बीआरडी प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें भी आ गई हैं। प्रशासन ने तीनों हॉस्टलों को सैनेटाइज कराया है। सभी डॉक्टरों को ताकीद की है। अगर तबीयत खराब हो तो तत्काल सूचित करें।