आज जन्मदिन उस शख्स की, जिसने पडरौना से आकर गोरखपुर में बनाई पहचान..
गोरखपुर। कांग्रेस के छात्र संघठन से शुरुवात करने वाले आयुष द्विवेदी कुशीनगर जिले के पडरौना के रहने वाले हैं। आयुष का छात्र राजनीति का सफर गोरखपुर यूनिवर्सिटी रहा और यहीं उन्होंने तमाम छात्र आंदोलनों में भाग लिया। जब उत्तर भारतीयों को महाराष्ट्र से भगाया जा रहा था तो आयुष ने आंदोलनों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। आयुष द्विवेदी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू को अपना आइकॉन मानते हैं। आयुष बताते हैं कि किस तरह से उन्होंने लल्लू के शुरुवाती संघर्ष के दिनों में उनके साथ सहभागिता निभाई वहीं वो कौशल त्रिपाठी का नाम भी नहीं भूल सकते जो हमेशा अभिभावक की तरह हर मदद किये।
आयुष के संघर्षों को बताते हुए इनके कुछ मित्रों ने बताया कि शुरू से ही आयुष के अंदर कुछ कर गुजरने का जुनून था, उनके साथ काम करने वाले मित्र नीतीश की माने तो आयुष भीड़ का हिस्सा नहीं बल्कि भीड़ को अपना हिस्सा बनाने में यकीन रखते हैं और वह इस लीक पर आगे भी बढ़ रहे हैं।
समाज में अपनी भागीदारी को बढ़ाने के लिए राजनीति और पत्रकारिता दोनों एक सेतु का काम करते हैं। इन दोनों में से आयुष ने पत्रकारिता को चुना। उन्होंने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की डिग्री ली और देश के जाने माने पत्रिका ‘शुक्रवार’ से पत्रकारिता की शुरुवात की और धीरे धीरे कई अखबारों और न्यूज़ पोर्टलों में लिखना शुरू किया।