इंतजार की घडिय़ां खत्म हुईं। शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (चिडिय़ाघर) पूरी तरह से बनकर तैयार है। 31 प्रजाति के 152 वन्यजीव भी आ गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को इसका लोकार्पण करेंगे। इसके बाद लोगों के लिए चिडिय़ाघर खोल दिया जाएगा।
वैसे तो गोरखपुर के चिडिय़ाघर का शिलान्यास काफी पहले हुआ था, लेकिन योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2018 में औपचारिक रूप से इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ। चार साल में निर्माण कार्य पूरा होने के बाद चिडिय़ाघर अब लोकार्पण के लिए तैयार है।
गोरखपुर का चिडिय़ाघर प्रदेश का पहला ऐसा चिडिय़ाघर होगा, जिसमें बटर फ्लाई पार्क और 7-डी थिएटर के साथ ही खुद का 34 एकड़ में फैला वेटलैंड भी है। पहले चरण में बब्बर शेर, बाघ, तेंदुआ, दरियाई घोड़ा सहित कई तरह के वन्यजीव, पखी और जलचर लाए जा चुके हैं।
दूसरे चरण में इजराइल से जेब्रा और असम से गैंडा के साथ कई अन्य वन्यजीवों को लाए जाने की तैयारी चल रही है। कुल 387 वन्यजीव लाए जाने हैं। इसमें से 152 वन्यजीव लाए जा चुके हैं। बाकी बचे वन्यजीव दूसरे चरण में लाए जाएंगे।
चिडिय़ाघर के निदेशक डा. एच रामामोहन कहते हैं कि आने वाले दिनों में यह चिडिय़ाघर पूर्वांचल में पर्यटन को बढ़ावा देने वाला सबसे बड़ा केंद्र साबित होगा।