मालदीव तक चमका उत्तर प्रदेश का सितारा

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जी.सी.वी.यू मालदीव ने डॉ सौरभ को दिया डी. लिट् की उपाधि

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साम्प्रदायिक सौहार्द एवम मानवता में अप्रतिम योगदान के लिए मिला डी .लिट् की उपाधि

मुम्बई

ग्लोबल कॉनकॉर्ड वर्चुअल यूनिवर्सिटी मालदीव के निदेशक अरफत जलवांगकर एवम केतन तलसानिया द्वारा विश्वस्तरीय धराधाम परिवार के मुखिया व मनीषी डॉ सौरभ पांडेय को मरीन ड्राइव मुंबई में आयोजित दीक्षांत समारोह में “डी. लिट् ” की उपाधि से सम्मानित किया गया । डॉ सौरभ को यह मानद उपाधि उनके द्वारा दो दशक से विश्व बंधुत्व , साम्प्रदायिक सद्भाव , मानवता व साक्षरता की दिशा किये गए अप्रतिम योगदान के लिए दिया गया। विदित हो को किसी शख्स को उसके उत्कृष्ट काम या समाज में अप्रतिम योगदान देने के लिए डी.लिट् ऑनरेरी डिग्री (मानद उपाधि) दी जाती है। यह एक तरह से अकादमिक सम्मान है।मानद उपाधि देने की शुरुआत पंद्रहवीं शताब्दी में ऑक्सफोर्ड यूनवर्सिटी से हुई थी।
बताते चले कि डॉ सौरभ पाण्डेय गोरखपुर जनपद स्थित भस्मा ग्राम निवासी है। उनके द्वारा निरन्तर मानवीय एकता,साम्प्रदायिक सौहार्द ,साक्षरता ,पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरन्तर पूर्ण मनोबेग से कार्य किया जा रहा है।उनके नेतृत्व में जनसहयोग से बनने वाला धराधाम सचमुच विश्व के लिए अनूठा होगा।जहां से मानवता एवम साम्प्रदायिक सद्भावना की अलख जगेगी।साथ ही साथ लोगो मे भाईचारा की भावना में बृद्धि होगी। एक ही परिसर में मंदिर ,मस्जिद,गिरिजाघर, गुरुद्वारा, बौध मंदिर ,अगियारी आदि धर्मस्थलों के निर्माण हो जाने से विश्व् की तमाम धार्मिक संस्कृतियों का मिलन धराधाम में होगा।यह अपने आप मे अनोखा एवं अप्रतिम होगा।हालाँकि धराधाम लगभग 5 वर्षो में बन कर तैयार होगा। अपितु धराधाम परिवार तेजी से तैयारी में जुट गया है।डॉ सौरभ निरन्तर सभी धर्मों के धर्म स्थलों पर जाकर साम्प्रदयिक सौहार्द ,धार्मिक एकता,मानवता की अलख जगाते है एवम लोगो को जागरूक करते है। अब उनके द्वारा बताए गए रास्ते का लोगों ने अनुसरण भी करना प्रारंभ कर दिया है।डॉ सौरभ द्वारा बनाये गए धराधाम पेज पर लगभग 85 देश के लोग जुड़े हुए है।और पेज के माध्यम से शांति,सद्भावना एवम भाई चारा का संदेश प्राप्त कर रहे है। सचमुच आज के सामाजिक विखराव के दौर में समरसता का बीज बोने का कार्य करेगा धराधाम और डॉ सौरभ का प्रयास। जवाहर इसरानी डाक टिकट कलेक्शन में विश्व रिकार्ड, पुनीत पुरोहित 786 संख्या के 72 देशों के नोट का वर्ल्ड रिकार्ड इंदौर,डॉ जय,डॉ विवेक सिंह ,डॉ जय पटादिया,डॉ भूषण को सम्मान दिया गया।दीक्षांत समारोह में प्रमुख रूप से रिज़वान बागवान,त्रयोगी नारायण पाण्डेय,राजा भाऊ राजेश पटोदिया विष्णुदेव मिश्र ,अशलम, सहित शिक्षाविद,वैज्ञानिक ,पत्रकार,साहित्यविद उपस्थित थे।