कुपोषण के खिलाफ आज से 24 जून तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर विशेष अभियान

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गोरखपुर। कुपोषण पर वार करने के लिए चार महत्वपूर्ण कदम हैं जिनकी शुरूआत वजन लेने से ही होती है। किसी भी बच्चे में कुपोषण के पहचान के लिए आयु के हिसाब से वजन का विशेष महत्व है।

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इसे ध्यान में रखते हुए शासन के दिशा-निर्देश पर 17 से 24 जून तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर शून्य से पांच साल तक के बच्चों का वजन लिया जाएगा। आयु के हिसाब से वजन के जरिये कुपोषण की पहचान होने पर अग्रिम प्रबंधन किया जाएगा।

इस बीच यूनिसेफ संस्था भी पोस्टर के जरिये आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिये लोगों को कुपोषण के प्रति संवेदीकृत कर रही है। यह पोस्टर्स वाट्स एप ग्रुप के जरिये साझा किये जा रहे हैं।

पोस्टर्स में पोषण संबंधित चार कदमों के बारे में जानकारी दी गयी है। इनमें बताया गया है कि मासिक प्रथम मंगलवार को मनाए जाने वाले वजन दिवस दिवस में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को वजन के जरिये पांच साल से कम उम्र के अंडरवेट बच्चों की पहचान करनी है।

इन्हीं अंडरवेट बच्चों की लंबाई और ऊंचाई लेने के बाद कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की पहचान की जाती है। दूसरा कदम बच्चों के चिकित्सकीय जांच का है।

माह के पहले बुधवार को स्वास्थ्य उपकेंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर विलेज हेल्थ सेनिटेशन एंड न्यूट्रिशन डे (वीएचएसएनडी) में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मदद से कुपोषित बच्चों को लाया जाना चाहिए।