महराजगंज जिले के परतावल विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर भटगवा के प्रधान व सचिव पर उसी गांव के पूर्व प्रधान कमरूदीन ने गम्भीर आरोप लगाया है।
आरोप है कि गांव में सात जगहों पर कोई भी कार्य नही किया गया है। लेकिन इस जगहों पर काम पूर्ण दिखाकर कुल ₹ 7,47,651 गबन करने का आरोप लगाया है। ऐसा करना सरकारी धन के बंदरबाट का खुला व जीवित प्रमाण है।
इस गांव के पूर्व ग्राम प्रधान कमरूदीन का कहना है कि जब उन्होंने गांव में किये गए कार्यो पर खर्चा का ब्यौरा निकलवाया तो पता चला कि PWD रोड से सरफूदीन के घर तक खड़ंजा मरमत के नाम पर ₹85,260, अजबुदिन के मशीन से मनौवार के खेत तक खरंजा मरमत पर ₹102400, दुखरन के घर से लेकर सफिया के घर तक मरम्त पर ₹107031, खजांची के घर से प्रभु के घर तक मरम्त पर ₹109620, नेवास के घर से मख़तव स्कूल तक मरम्त पर पुनः ₹109620र, तथा ग्राम पंचायत में राबिंस व टुकड़ा पर ₹48720र खर्च करने के बाद, साजिद के घर से लेकर अलीरजा मास्टर जी के घर तक मरमत पर ₹185000 खर्च किया जा चुका है जो कुल मिलाकर ₹7,47,651 खर्च दिखाया गया है जो सीधे सीधे सरकारी धन का बंदरबाट हुआ है।
वही पूर्व प्रधान ने कहा कि ग्राम सभा मे पोखरियो के नीलामी जिसको दिया गया है। वो सभी फर्जी रसीद दिया गया है, सरकारी अभिलेख में कही दर्ज नही है।
साथ ही यह भी आरोप लगाया कि गांव में मरमत कार्य में जो सप्लाई फर्मो के बाउचर लगाय गए है वह इट उद्योग तथा उसके साथ अन्य फर्म भी धरातल पर नहीं है।
शासन को इसपर ध्यान देना चाहिए क्योंकि ये धन सररकारी है।
वही जब वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह सब राजनीतिक द्वेष की भावना से आरोप लगाया जा रहा है।
जो चुनावी स्टंट है जिसको भी जांच करानी है। वह ग्राम सभा में हुए सभी कामों का जांच करा लें तब कोई आरोप लगाए।