‘Root to Youth’ के कार्यकर्ता लगातार कर रहे प्रवासी मजदूरों की मदद
कोरोना ना सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि एक वैश्विक आपदा के रूप में मानवता के समक्ष आया है। इस वैश्विक त्रासदी से सबसे ज्यादा ग्रसित हमारे देश का गरीब और मजदूर वर्ग है। परदेश से पलायन कर रहे मजदूर व्यवस्था की निष्क्रियता के चलते अमानवीय रूप में घर लौटने को मजबूर है। इस त्रासदी में निरंतर 11 मई से ” रूट टू यूथ(Root to youth)” के कार्यकर्ताओं द्वारा पलायन कर रहे मजदूरों की मदद करने का अभियान चलाया जा रहा है।
यह अभियान अपने प्रारंभिक चरण में उत्तरप्रदेश के गोरखपुर, महराजगंज, मिर्ज़ापुर और लखनऊ जैसे जनपदों में जोरोशोरो से चलाया जा रहा है। रूट टू यूथ के कार्यकर्ताओं द्वारा भोजन, पानी, बिस्कुट, सैनिटरी पैड, मिल्क पाउडर इत्यादि वितरित कर के इस मुहीम को बल दिया का रहा है।
रूट टू यूथ के कार्यकर्ता सिद्धार्थ, विवेक, साकेत, अर्चित, आलोक और रितेश ने बताया के ११ दिनों से यह कार्यक्रम संचालित हुआ है और जब तक पलायन चलेगा तब तक हम जरूरतमंद मजदूरों का कंधा बन कर उनके साथ खड़े रहेंगे।