बस्ती। पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका एक लाख का ईनामी बदमाश कमलेश माझी आखिर कार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। 2016 में पुलिस एंकाउंटर में इस के एक साथी को पुलिस ने मार गिराया था, कमलेश माझी के पैर में गोली लगी थी, जिला अस्पताल से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।
एक लाख का ईनामी बदमाश कमलेश माझी को आखिरकार पुलिस ने अरेस्ट कर जेल भेज दिया। पिछले चार सालों से पुलिस को इसकी तलाश थी।कमलेश माझी मूलत: अयोध्या जनपद के कौशल्याघाट का निवासी है।
27 अप्रैल 2016 को पुलिस को सूचना मिली की बदमाशों का गैंग अयोध्या के आहूजा भट्ठा मालिक से लूट की घटना को अंजाम देने जा रहे हैं। पुलिस की घेरा बंदी करते समय मुठभेड़ हो गई। यह गैंग कई लूट और हत्या की घटना को अंजाम दे चुका था।
मुठभेड़ में गैंग के लीडर हिस्ट्रीशीटर रामकुमार यादव को मार गिराया था। पुलिस मुठभेड़ में तीन बदमाश, धर्मेन्द्र गुप्ता, कमलेश व सोनू पाठक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बदमाशों की फायरिंग में दरोगा आदित्य यादव के भी पैर में गोली लगी थी। बदमाश कमलेश माझी के पैर में गोली लगी थी, जिसको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पुलिस को चकमा देकर 30 अप्रैल 2016 को कमलेश माझी जिला अस्पताल से पुलिस अभिरक्षा में फरार हो गया था। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक हरिशंकर में ड्यूटी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए मुकदमा दर्ज करा कर उन्हें जेल भेज दिया था।
तब से पुलिस को उसकी तलाश थी, उस के ऊपर पुलिस ने एक लाख का ईनाम घोषित किया। आखिरकार पुलिस ने शातिर बदमाश कमलेश माझी को हर्रैया के विशेषरगंज मार्ग से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
एक लाख के ईनामी बदमाश कमलेश माझी के पास से पुलिस ने दो लाइसेंसी डीबीबीएल गन, एक रिवाल्वर, 7 कारतूस और एक बाइक बरामद की है। पूछताझ में कमलेश ने बताया की 26 अगस्त 2016 में रौनाही टोल प्लाजा पर एक कैश वैन में लूट की घटना हुई थी, कैश वैन के गार्ड को गोली मारकर लूट की घटना हुई थी, उस लूट कांड में दो अपराधी शामिल थे एक राम किशन निषाद और दूसरा अभिषेक तिवारी, कमलेश माझी ने बताया की लूट के बाद गार्ड के दो लाइसेंसी असलहे भी लूट लिए गए थे, जो इन के द्वारा मुझे दिया गया था, पुलिस की पूछताझ के बाद कमलेश माझी ने दोनों लाइसेंसी असलहों के बारे में भी बताया, जिसके बाद पुलिस ने लूटे गए लाइसेंसी असलहों को बरामद किया।
पकड़ा गया ईनामी बदमाश कमलेश माझी जिला अस्पताल से फरार होने के बाद बस से फैजाबाद रेल्वे स्टेशन गया था, और वहां से ट्रेन पकड़ कर गुजरात चला गया, वहीं पर प्राइवेट डाक्टर की मदद से उसने पैर से गोली निकलवाई, और 2016 से वहीं पर रहने लगा, पुलिस को सूचना मिली की कमलेश माझी अपने परिवार से मिलने घर आया है, पुलिस और एसओजी की टीम ने घेराबंदी कर उसे अरेस्ट कर लिया।
रिपोर्ट: दिलीप पांडेय