महाराजगंज। स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम सभा नसीराबाद में सोमवार को राजस्वकर्मियों ने गुमराह कर एक गरीब की झोपड़ी जो उसी के नम्बर पर थी उसे पल भर में उजाड़ कर फेंक दिया । इतना ही नहीं कानूनगो व हल्का लेखपाल की मिली भगत की देन रही कि एसडीएम सदर के आदेश को भी दरकिनार कर दिया ।
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मिली जानकारी के अनुसार नसीराबाद निवासी शिवशंकर को चार भाई हैं । शिवशंकर ने जो बताया उसके अनुसार 1986 में जमीन का बटवारा हुआ पीछे हिस्सा उसे मिल गया ।
शिवशंकर के पास कोई पुत्र नही है सिर्फ दो लड़कियां हैं उसने अपने हिस्से की जमीन अपने लड़कियों के नाम से 2014 में रजिस्ट्री कर दिया जिसका खारिज दाखिला भी हो चुका है । अब उसके जमीन के बगल से खड़ंजा बन गया है तो भाई लोग उसके हिस्से की जमीन अपनी बता परेशान कर रहे हैं । उक्त मामले में पीड़ित पक्ष ने एसडीएम सदर से 3 नवम्बर को गुहार लगाई कि विपक्षी मेरी झोपड़ी , नाद व खुटा को उखाड़ कर फेकने की धमकी दे रहे हैं ।
जिस पर एसडीएम सदर ने आदेश किया कि 18 /12 /2020 तक यथा स्थित को बरकरार रखा जाए । व शांति व्यवस्था सुनिश्चित करें । इसी दौरान विपक्षी भी तहसील दिवस में एक प्रार्थना पत्र दिया जिस पर आदेश हुआ कि एसडीएम , सीओ सदर संयुक्त टीम भेज कर नियमानुसार निस्तारण करें । आरोप है कि कानूनगों व हल्का लेखपाल ने मामले को पूरी तरह से उलट दिया । उक्त भूमि पर एसडीएम सदर का स्पष्ठ आदेश है कि 18 दिसम्बर 2020 तक यथा स्थित बरकरार रखें । राजस्वकर्मियों ने स्थानीय थाने पर पहुंच फोर्स लेकर मौके पर पहुंच कर गरीब की झोपड़ी को उजाड़ कर फेंक दिया ।
इस सम्बन्ध में कानूनगो से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराया गया है । वहीं थानाध्यक्ष पनियरा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कानूनगो कानूनगो आए थे फोर्स की मांग किया उन्हें फोर्स उपलब्ध करा दी गयी ।
पीड़िता का आरोप है कि विपक्षी महराजगंज सदर में लेखपाल के पद पर तैनात है जो अपने पद का दुरुपयोग कर उन सबको प्रताड़ित करने पर लगा हुआ है । पीड़ित ने मांग किया है कि पूरे मामले की जांच कर ली जाए और जो दोषी है उसके खिलाफ कार्यवाई की जाए ।