उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस विभाग के बार-बार कहने के बावजूद कई जमाती अब भी राज्य के विभिन्न जगहों पर छिपे हुए हैं।
ऐसे ही जमातियों के छिपे होने की सूचना प्रयागराज पुलिस को लगी। पुलिस ने सोमवार देर रात छापेमारी करके 30 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए 30 लोगों में 19 जमाती हैं और उनमें से 16 जमाती विदेशी हैं। पुलिस ने जिन लोगों को पकड़ा है, उनमें एक इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का प्रफेसर भी शामिल है।
विदेशी जमाती भी छुपे हुए थे
पुलिस ने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज (Nizamuddin Markaz) के तबलीगी जमात में शामिल होने के बाद कई जमाती प्रयागराज आए थे। कई जमाती थाईलैंड (Thailand) और इंडोनेशिया (Indonesia) के नागरिक टूरिस्ट वीजा पर दिल्ली आए और फिर वहां से प्रयागराज आ गए थे। प्रदेश सरकार के सख्त निर्देश थे कि जो भी जमाती राज्य में हैं वे सामने आ जाएं, लेकिन ये जमाती जिले में छिपे थे।
जमात में शामिल हुआ था प्रफेसर
पुलिस को खुफिया सूत्रों ने जानकारी दी कि शिवकुटी के रसूलाबाद में रहने वाले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर शाहिद दिल्ली के मरकज में हुई तबलीगी जमात में शामिल होने गए थे।
वहां से आने के बाद वह गुपचुप शहर आ गए लेकिन पुलिस या प्रशासन को इसकी सूचना नहीं दी।पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए प्रफेसर शाहिद को पकड़ा।
उनके परिवार को क्वारंटाइन किया गया और फिर पड़ताल के बाद अन्य 19 जमातियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि 19 जमातियों में से 16 इंडोनेशिया और थाइलैंड के रहने वाले हैं।