प्लीज इस बच्चे की मदद करिये, परिवार इलाज कराने में असमर्थ है
नीतीश गुप्ता,गोरखपुर। आज दास्तां उस पत्रकार की जो आर्थिक स्थिति बेहतर न होने का कारण अपने बच्चे का इलाज कराने में असर्मथ है। गोरखपुर के रहने वाले सतीश शुक्ला पेशे से पत्रकार हैं, एक चैनल में बतौर रिपोर्टर गोरखपुर में तैनात हैं दिनभर शहर और आसपास की खबरों से लोगों को रूबरू कराना भले समय या मौसम कैसा भी हो। दिनभर खबर के लिए कितनी जद्दोजहद करनी पड़ती है ये एक पत्रकार से बेहतर कोई नहीं जानता।
खैर बदले में उसे मिलता है मात्र उतनी सैलरी कि वो बस किसी तरह अपने परिवार का गुजारा कर सके। सतीश शुक्ला महीने का 12 से 14 हजार कमा पाते हैं वो भी बड़ी मुश्किल से, उसी में उन्हें परिवार चलाना है और परिवार में मौजूद एक 4 साल के बीमार बच्चे का भी खर्च। सतीश बताते हैं कि उनका बच्चा 4 साल का है, जबसे वो पैदा हुआ तभी से ना वो खुद से उठ पाता है ना बैठ पाता है ना कुछ बोल पाता है ना ही कुछ खा पी सकता है। डॉक्टर ने कहा है कि उसे सीपी प्रॉब्लम है।
सतीश बताते है बचपन से ही उनको बच्चे के ऊपर हर महीने लगभग 18 हजार खर्च करना पड़ता है लेकिन अब उनकी स्थिति ऐसी है कि वो चीजों को करने में असमर्थ हैं। सतीश को बच्चे की परवरिश के लिए ब्याज पर कर्ज भी लेना पड़ता है। महीने में फिजियोथेरेपी पर 10 हजार का खर्चा है फिर डॉक्टर और दवा लेकर 7,8 हजार और मने कुल खर्च करीब 18000 पड़ता है। सतीश बताते हैं कि बच्चे की 24 घण्टा देखरेख करनी पड़ती है।