पिपराइच चीनी मिल में सोमवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बाद पेराई शुरू कर दी गई। मुख्य गन्ना प्रबंधक बीएस बघेल ने केन कैरियर मशीन का स्टार्ट बटन दबाकर पेराई का शुभारंभ किया। इस दौरान किसानों, चीनी मिल कर्मियों व कार्यदायी संस्था के कर्मचारियों के खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। पहले दिन 2185 क्विंटल गन्ने की पेराई हुई।
उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम के परियोजना के पहले चरण में 417 करोड़ रुपये की लागत से प्रतिदिन 50 हजार क्विंटल पेराई क्षमता की चीनी मिल तथा 27 मेगावाट बिजली उत्पादन के कोजेन निर्माण शुरू हुआ। पेराई का शुभारंभ तो कर दिया गया हालांकि अभी बहुत काम बाकी है। कोजेन टर्बो अल्टीनेटर (टरबाईन) के अभाव में बिजली उत्पादन में अभी देरी है।
दूसरे चरण में 120 केएलपीडी क्षमता के एथनॉल प्रोजेक्ट पर काम शुरू होना भी अभी शेष है। केन यूनियन के चेयरमैन सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि अगले गन्ना पेराई सत्र तक सभी परियोजनाओं को पूरा कर लिया जाएगा, जिससे पूर्वांचल के गन्ना किसानों को लाभ मिलेगा।
इस दौरान महा प्रबंधक जीतेंद्र कुमार श्रीवास्तव, अंबिका प्रसाद, मुख्य अभियंता अजय कुमार श्रीवास्तव, इस्जेक प्रोजेक्ट हेड अरविंद सिंह व प्रोजेक्ट इंचार्ज शिव गोविंद श्रीवास्तव, विश्वनाथ कुशवाहा, अरविंद कुशवाहा जीएम प्रोजेक्ट योगेश मलिक, ऑपरेशन मैनेजमेंट कुलदीप सिंह, ज्येष्ठ गन्ना निरीक्षक एके पांडेय, सचिव विनोद लाल श्रीवास्तव, सीए अरुण कुमार श्रीवास्तव, दुर्गेश नंदन श्रीवास्तव, किसान नेता रणजीत सिंह आदि मौजूद रहे।