मरीजों को नहीं मिल रहा एम्बुलेंस, कुशीनगर में उसी शराब की हो रही थी तस्करी

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कोरोना महामारी में जो एंबुलेंस लोगों के लिए जीवन रक्षक बनी है, उसी एंबुलेंस को अपराधियों ने तस्करी का साधन बना दिया है।

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पडरौना कोतवाली की पुलिस ने मंगलवार को तड़के बांसी चौकी के पास से ऐसी ही एक एंबुलेंस पकड़ी जिसमें 60 पेटी शराब लादकर बिहार ले जायी जा रही थी।

पुलिस ने इसे साथ दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस की पड़ताल के अनुसार यह एंबुलेंस दिल्ली में 108 सेवा में पंजीकृत बताई गई है।

आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दृष्टिगत अवैध शराब के बिक्री के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के क्रम में कोतवाली पडरौना के प्रभारी निरीक्षक अनुज सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर शराब की तस्करी के लिए एंबुलेंस का प्रयोग कर रहे हैं।

पुलिस एंबुलेंस देखकर विशेष जांच पड़ताल नहीं करती, तस्कर इसका फायदा उठा रहे हैं। मुखबिर की सूचना पर कोतवाली इंसपेक्टर ने मंगलवार को भोर में बांसी चौकी के पास चेकिंग शुरू करा दी। इसी दौरान बिहार की ओर जा रही लखनऊ के नंबर की एंबुलेंस को रोका गया। उसमें दो लोग सवार थे।

पहले तो उन्होंने सीरियस मरीज ले जाने का बहाना बनाया मगर पुलिस मरीज को देखने की जिद कर गाड़ी रोक ली। जांच की गयी तो उसमें 60 पेटी शराब रखी गयी थी। शराब की पेटियां एंबुलेंस में सीट के नीचे व कैविटी बॉक्स में छिपा कर रखी गयी थीं। भिन्न-भिन्न ब्राण्ड की अंग्रेजी शराब बरामद की गयी।

मौके से 02 शराब तस्कर मनदीप पुत्र राजकुमार निवासी शास्त्री कालोनी गली नं. 2 नियर शिवमन्दिर थाना सीटी जिला सोनीपत हरियाणा तथा रजत पुत्र मामचन्द्र शर्मा निवासी रायपुर थाना गरौण्डा जिला करनाल हरियाणा को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने तस्करी के वाहन को सीज कर दिया है। तस्करों के खिलाफ केस दर्जकर आगे की कार्रवाई में जुटी है।