राजधानी लखनऊ में रियल एस्टेट कंपनी खोलकर 59 करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। सूबे की राजधानी में इतने बड़े फर्जीवाड़े से अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
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पुलिस ने कंपनी से जुड़े नौ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। छह लोग फरार बताए गए हैं। ठग पांच प्रतिशत मासिक ब्याज की दर से पैसा जमा करवाकर ठगी को अंजाम दिया करते थे।
इनका धंधा सुलतानपुर व रायबरेली से लेकर गुजरात के सूरत तक फैला हुआ है तथा दुबई तक नेटवर्क है।
दरअसल, गोसाईगंज के सदरपुर करोरा सकटू का पुरवा गांव के पास का है।
यहां के निवासी हरिओम यादव ने गांव के पास अपनी जमीन पर अलास्का रियल स्टेट कंपनी का कार्यालय खोला।
पुलिस के अनुसार, हरिओम कंपनी का एमडी बना। कार्यालय में लोगों से पांच प्रतिशत मासिक ब्याज की दर से पैसा जमा करने का ऑफर दिया गया।
कुछ महीने तक सब ठीकठाक चलने के बाद लोगों का पैसा वापस करने में आनाकानी होने लगी।
पैसा वापस मांगने पर लोगों को धमकी दी जाने लगी तो निलमथा निवासी महेश कुमार यादव ने कंपनी मालिक व डायरेक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
मंगलवार को गोसाईगंज पुलिस ने कंपनी मालिक व एमडी हरिओम यादव निवासी सकटू का पुरवा गोसाईगंज के भाई ओम सिंह यादव, डायरेक्टर सुभाष चंद्र यादव निवासी शेखनापुर, ललित कुमार वर्मा निवासी गंगाखेड़ा हसनापुर, सुरेन्द्र कुमार यादव निवासी बरुआ, गजल सिंह मुंशीगंज, आशीष कुमार वर्मा बस्तौली, नन्द किशोर यादव डीधिया चिरौली शिवरतनगंज अमेठी, अवधेश कुमार मिश्रा पांडेय पुरवा सुबेहा बाराबंकी तथा कौशलेन्द्र यादव निवासी शेखनाघाट को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस उपायुक्त दक्षिणी रईश अख्तर व अपर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी गोपाल कृष्ण चौधरी ने बताया कि कंपनी ने करीब 550 लोगों का पैसा जमा करवा कर ठगी की है।
अब तक 59 करोड़ रुपये की ठगी सामने आई है। बताया कि 111 लोगों की शिकायतें मिल चुकी हैं।
गुजरात के सूरत तक फैला धंधा, दुबई तक नेटवर्क
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों का धंधा सुलतानपुर व रायबरेली से लेकर गुजरात के सूरत तक फैला हुआ है तथा दुबई तक नेटवर्क है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ठगी की धनराशि ज्यादा भी हो सकती है। हरिओम के सात बैंक खातों का पता चला है, जिनमें जमा निकासी की गई है।
उक्त खाते सीज कराने की कार्रवाई की जा रही है। बताया गया कि गत वर्ष छह फरवरी को राजधानी के कृष्णानगर में इसी कंपनी का पांच करोड़ रुपया पकड़ा गया था।
उस समय हरिओम व उसके सात साथी गिरफ्तार किए गए थे। पुलिस के अनुसार सभी पर गिरोहबंद अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
बताया गया कि कंपनी के एमडी हरिओम यादव सकटू का पुरवा, बृजेन्द्र श्रीवास्तव निवासी बालकराम कालोनी नियांवा कोतवाली नगर अयोध्या, शैलेन्द्र सोहना सतरिख बाराबंकी, कुमार, राकेश कुमार रानीखेड़ा गोसाईगंज, रुपाली गुप्ता मुंशीगंज अमेठी लखनउ व राम सिंह यादव सकटू का पुरवा फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने आरोपियों की गिरफ्तारी करने वाली टीम में शामिल इंस्पेक्टर धीरेन्द्र प्रताप कुशवाहा, उप निरीक्षक दिलशाद चैधरी व अजय कुमार चैरसिया, प्रधान आरक्षी अशोक कुमार, आरक्षी अकबर, सालिकराम व नितिन शर्मा के कार्य की सराहना की।
सहायक पुलिस आयुक्त डॉ. अर्चना सिह ने पुलिस टीम का नेतृत्व किया।