गोरखपुर। कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि संबंधित इलाके के कोरोना संक्रमित मरीजों का डेटाबेस वहीं की सीएचसी और पीएचसी पर तैयार रखा जाए। इसके लिए 15 सवालों की सूची सभी अधीक्षकों और प्रभारी चिकित्साधिकारियों को दी गयी है जिसके आधार पर पुनः सर्वेक्षण करवाया जा रहा है।
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मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि ऐसा करने से कांटैक्ट सर्वे में मदद मिलेगी और किसी भी प्रकार का गैप नहीं रहने पाएगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि यह सूचना सभी सीएचसी-पीएचसी को तैयार रखनी है और कभी भी मांगे जाने पर जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आईबी विश्वकर्मा को उपलब्ध कराई जानी है।
प्रत्येक कोरोना संक्रमित का नाम, पिता का नाम, उम्र, थाना व ब्लॉक विवरण सहित सम्पूर्ण पता, वह कहां से चला, तिथि तथा किस साधन द्वारा गोरखपुर पहुंचा, गोरखपुर पहुंचने की तिथि, स्वास्थ्य परीक्षण की तिथि, स्वास्थ्य स्थिति, क्वारंटीन होने का स्थान, सैम्पल कलेक्शन की तिथि, रिपोर्ट आने की तिथि, वर्तमान में भर्ती हैं तो चिकित्सालय का नाम, यदि प्राइवेट पैथालॉजी से जांच हुई है तो उसका नाम और परिवार के सदस्यों की संख्या जैसे सवालों के साथ यह सर्वेक्षण हो रहा है।
उन्होंने बताया कि अधीक्षक और प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा गया है कि यह पूरा विवरण और इसका रिकॉर्ड वह अपने पास रखना सुनिश्चित करेंगे।
किसी भी क्षेत्र में कोरोना पॉजीटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम कांटैक्ट सर्वे कर रही हैं और संक्रमित के अत्यंत निकट संपर्क में आने वालों को फैसिलिटी क्वारंटीन किया जा रहा है। उनका भी सैंपल लेकर परीक्षण करवाया जा रहा है।
जागरूकता ही बचाव, कीजिए सहयोग-सीएमओ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस बात को दोहराया है कि संक्रमण रोकने का अब एक मात्र उपाय सिर्फ जागरूकता, व्यवहार परिवर्तने और फिजिकल डिस्टेंसिंग रह गई है। लोग इस बीमारी को हल्के में ना लें। बिना मॉस्क लगाए बाहर न निकलें और बाहरी व्यक्ति से बिना मॉस्क लगाए बात न करें। दो गज की दूरी रखें। हाथों को 30 सैकेंड तक सफाई से धोएं। सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें। आंख, नाक और मुंह को हाथों से न छुएं। घर में बाहर से आने वाली हर चीज को सैनेटाइज करके ही इस्तेमाल करें। इन कार्यों के प्रति जरा सी भी असावधानी संक्रमण को बढ़ाएगी।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रवासी लोग होम क्वारंटीन का गंभीरता से पालन करें क्योंकि उनकी भूमिका इस बीमारी के नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान देगी। बीमारी संबंधित कोई भी सूचना कंट्रोल रूम के नंबर 0551-2205145 पर दें।