गोरखपुर। मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में एक बार फिर मेट्रो का कवायद शुरू हो गयी है। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन की वजह से ठंढे बस्ते में पड़ी मेट्रो परियोजना एक बार फिर बाहर निकल आयी है। इस बारे में प्रमुख सचिव आवास विकास ने रविवार को योजना को लेकर गोरखपुर में जीडीए के अधिकारियों से चर्चा की।
जीडीए ने मेट्रो निर्माण के लिए जरूरी सर्विस सब स्टेशन के लिए डीडीयू के हॉस्टल के पास जमीन चिन्हित कर इसकी रिपोर्ट राइट्स को भेज दी है।
गोरखपुर पहुंचे प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार ने मेट्रो को लेकर जीडीए के अधिकारियों से भी बात की है जिसमें सर्विस सब स्टेशन के लिए चर्चा हुई।
जीडीए के अफसरों के मुताबिक दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय के गौतम बुद्ध छात्रावास के पीछे करीब पांच हजार वर्ग मीटर जमीन को सर्विस सब स्टेशन बनाने को लेकर रिपोर्ट राइट्स (रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस) को भेजी गई है।
मेट्रो की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) का अनुमोदन कर राइट्स और लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन की टीम ने प्रदेश कैबिनेट को भेज दिया है। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू हो सकेगा। चिन्हित जमीन पर ही निर्माण से जुड़ी सामग्री रखी जाएगी।
रविवार को मीडिया से बातचीत में प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन दीपक कुमार में कहा था कि डीपीआर राइट्स व लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के अधिकारियों ने देख लिया है और इसे कैबिनेट के पास भेजा गया है। लॉकडाउन समाप्त हो चुका है, उम्मीद है कि कैबिनेट से भी जल्द मंजूरी मिलेगी।
ह्वी पार्क को लेकर आई थी आपत्ति
लॉकडाउन से पहले राइट्स की ओर से संशोधित डीपीआर तैयार कर जीडीए को भेजी गई थी। इसमें सर्विस सब स्टेशन ह्वी पार्क के पास बनाने का प्रस्ताव था लेकिन प्राधिकरण ने इस पर आपत्ति जता दी थी।
इसके बाद नई जमीन खोजने को कहा गया था।
शहर में 4,589 करोड़ से तीन बोगियों वाली लाइट मेट्रो चलाने का प्रस्ताव है। प्रदेश सरकार के बजट में गोरखपुर सहित कई शहरों में मेट्रो के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया है।
दो रूट पर दौड़ेगी मेट्रो
15.14 किमी लंबा पहला रूट श्याम नगर (बरगदवा के पास) से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विवि तक होगा। इस पर 14 स्टेशन होंगे।
दूसरा रूट गुलरिहा से शुरू होकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज, असुरन चौक, धर्मशाला, गोलघर, कचहरी चौराहा होते हुए नौसढ़ तक जाएगा। 12.70 किमी लंबे इस रूट पर 12 स्टेशन होंगे।
अधिकारियों का कहना है किगोरखपुर मेट्रो को लेकर प्रक्रिया एक बार फिर तेज हो गई है। मेट्रो के सर्विस सब स्टेशन के लिए डीडीयू के हॉस्टल के पास जमीन चिन्हित कर रिपोर्ट भेज दी गई है। शासन से जो निर्देश मिलेंगे उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।