कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में तीन मई तक लॉकडाउन है। वही इसके चलते लोगों के कई जरूरी काम रुक गए हैं, जिसमें शादी से लेकर परीक्षा तक शामिल है।
तय होने के बाद कई लोगों की शादियां रुक गई हैं। लॉकडाउन की वजह से शादी समारोह रुक गया है। वहीं एक जोड़े ने ऑनलाइन निकाह करने का निर्णय लिया।
गुरुवार को दूल्हे ने पारंपरिक लिबास पहनकर व दुल्हन सजधज कर कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठ गए। काजी ने खुतबा पढ़ा और निकाह की औपचारिकता पूरी कराई।
दूल्हा-दुल्हन ने कहा, निकाह कबूल है। परिवार वालों ने दोनों को नई जिदंगी के लिए मुबारकबाद दी।
जंगल एकला नंबर-2 निवासी नबी मोहम्मद की लड़की बन्नो खातून की शादी संतकबीर नगर के रानीपुर निवासी मोहम्मद सरवर आलम से गुरुवार को होनी थी।
शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। रिश्तेदारों को निमंत्रण भेजे जा चुके थे, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण कारण बनी स्थिति में निकाह टालने की नौबत आ गई।
तय तिथ पर ही निकाह कराने के लिए दोनों परिवारों ने बातचीत की उसके बाद ऑनलाइन निकाह करने का फैसला किया।
दोपहर 12.30 बजे काजी हाफिज गयासुद्दीन ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये निकाह पढ़ाया। इस दौरान दूल्हा व दुल्हन तीन बार कबूल है, कबूल है, कबूल है कहकर पति पत्नी बन गए।
दुल्हन की तरफ से निकाह में मां-बाप, भाई, ग्राम प्रधान सलाउद्दीन व एक गवाह सोनू मौजूद रहे।
नबी मोहम्मद ने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद धूमधाम से लड़की की विदाई करूंगा। चूंकि निकाह की तिथि टाली नहीं जा सकती थी, इसलिए इस तरह का निकाह संपन्न कराया।
दूल्हा के पिता मोहम्मद यूसुफ ने कहा कि निकाह से परिवार के सदस्यों अलावा रिश्तेदार भी खुश हैं।