नई दिल्ली। खलीलाबाद से बहराइच के बीच बनने वाली नई रेलवे लाइन जो की 240.26 किलोमीटर की होगी उसका भूमि अधिग्रहण शुरू हो गया है।
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यह नई रेलवे लाइन उत्तर प्रदेश के पांच जनपद से होके गुजरेगी बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर और संत कबीर नगर। यह नई रेलवे लाइन 2024–25 तक बनकर तैयार हो जाएगी।
पहले फेज के लिए शुरू हुआ भूमि अधिग्रहण
पूर्वोत्तर रेलवे के निर्माण विभाग के पत्र के बाद सिद्धार्थनगर जिला प्रशासन ने जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी कर दी। पहले फेज में खेसरहा, बांसी, डुमरियागंज, उतरौला में भूमि अधिग्रहण होगा।
सांसद ने जताया रेल मंत्री का आभार
इस रेल लाइन के लिए डुमरियागंज सांसद जगदम्बिका पाल की पहल पर जिला प्रशासन और रेलवे ने कार्रवाई शुरू कर दी है। डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल ने भूमि अधिग्रहण होने पर रेल मंत्री के प्रति आभार जताया है। निर्माण विभाग बांसी तहसील में कुल 93 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करेगा।
पियूष गोयल ने किया था शिलान्यास
2 मार्च 2019 को रेल मंत्री पियूष गोयल ने खलीलाबाद से बलरामपुर होते हुए बहराइच रेल मार्ग का शिलान्यास किया था।₹4939.78 करोड़ की लागत से प्रस्तावित इस परियोजना के लिए नीति आयोग की स्वीकृति मिल चुकी है।
भूमि अधिग्रहण से पहले किया गया रैपिड सर्वे
इसके लिए भूमि अधिग्रहण से पहले एक संस्था ने रेल रूट का रैपिड सर्वे कर इसके रास्ते में आ रही किसानों की भूमि का सत्यापन कराने का प्रस्ताव प्रशासन को दिया था।इसके बाद संस्था ने रेल रूट पर आने वाले जिले के खलीलाबाद व मेंहदावल तहसील क्षेत्र के 54 गांवों चिन्हित कर रिपोर्ट प्रशासन और रेलवे को सौंप दी थी।
इस रेलवे लाइन के बनने से पूर्वांचल के सैकड़ों गांवों की दशा बदल जायेगी
खलीलाबाद के इन गांवों में बिछेगी रेल लाइन
सरैया, चकमदरुल्लाह, चांदीडीहा, बरहटा, बारी गांव, देवापार खास, नाऊडांड़, भवार, चोकी, मकदूमपुर, झीनखाल, खुरजहना, भिरवा, देवकली, चिकथापार, बढ़या बाबू, भगवानपुर, कटेसरी, अतरी, समदा, गौरा, तरकुलवा, मदरहा, हारापट्टी, परसोहिया-2, बड़हरा-2 तथा सईं बुजुर्ग गांव में रेल पटरी बिछाई जाएगी।
वर्तमान बजट में सरकार ने कार्य में तेजी लाने के लिए 20 करोड़ रूपये आवंटित किया है। इस रेलमार्ग के विद्युतीकरण करने के लिए भी हरी झंडी मिल गई है।