26 दिसंबर को लग रहा है खण्डग्रास सूर्यग्रहण, इन बातों का रखे ध्यान

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गोरखपुर। महर्षि पाराशर ज्योतिष संस्थान ट्रस्ट के ज्योतिषाचार्य पं.राकेश पाण्डेय के अनुसार खण्डग्रास सूर्यग्रहण पौष कृष्ण अमावस्या को सूर्यग्रहण लगेगा।

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सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घण्टे पूर्व ही लग जायेगा सूतक 25 दिसम्बर को रात्रि 08:21बजे से प्रारम्भ होगा। यह सूर्य ग्रहण कंकणाकृति खण्डग्रास सूर्य ग्रहण होगा। इस ग्रहण को भारत के अधिकांश भागों में देखा जा सकता है।

भारतीय मानक समयानुसार इस खण्डग्रास सूर्यग्रहण का स्पर्श गुरुवार को दिवा 08:21 मिनट पर होगा। मध्य 09:40 मिनट पर व दिवा 11:14 मिनट पर यह ग्रहण समाप्त होगा। ग्रहण की अवधि 2 घण्टा 53 मिनट है।
ग्रहण का स्पर्श मूल नक्षत्र व धनुराशि में होगा। विशेष रूप से मूल नक्षत्र व धनु राशि में जन्म लेने वालों को इस सूर्यग्रहण को नही देखना चाहिए।

ग्रहण मकर लग्न व मूल नक्षत्र में और धनु राशि मे आरम्भ हो रहा है अतः विभिन्न राशियों पर इसका फल निम्न प्रकार है –
मेष -मान हानि व शारीरिक कष्ट,हनुमान जी की आराधना करें।
वृष -मृत्यु तुल्य कष्ट शक्ति की उपासना करें ।
मिथुन – स्त्री /पति कष्ट। शक्ति की आराधना करें
कर्क-सौख्यम् की प्राप्ति।
सिंह– मानसिक कष्ट, शिव की उपासना करें ।
कन्या-मानसिक व शारीरिक कष्ट
तुला – धन की प्राप्ति।
वृश्चिक -आर्थिक कष्ट,हनुमत आराधना करें ।
धनु– शारीरिक व मानसिक कष्ट विष्णु की आराधना करें।
मकर – अशुभ, हनुमत आराधना करें ।
कुम्भ – धन लाभ
मीन -सुख की प्राप्ति

विशेष – बाल वृद्ध व रोगी को छोड़कर सूर्यग्रहण से 12 घण्टे पूर्व आहार वर्जित है।

गर्भवती महिलाओं को चाहिए की अपने शरीर के बराबर काला धागा नापकर दीवाल में कील के सहारे लटका देवें। ग्रहण काल में शयन न करें। भोजन न करे व प्रसन्न चित्त रहते हुए अपने आराध्य देव से गर्भ शिशु के लिए कल्याण की कामना करें। ग्रहण काल में किया हुआ जप तप सिद्धप्रद होता है।