पनियरा/महराजगंज। गोरखपुर वन प्रभाग के बाकी रेंज भेलमपुर (टिकरिया) बीट के अंतर्गत जंगलों में पेड़ कटाई का अवैध कारोबार जोरो पर है। लकड़ी माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से वनों की कटाई जा रही है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के चलते जंगल मैदान में तब्दील होते जा रहे हैं।
Advertisement
आपको बताते चलें कि भेलमपुर (टिकरिया) बीट में पेड़ों की अवैध कटाई जोरों पर है। जंगलों से काटी जा रही लकडय़ों का उपयोग समीप चल रहे फर्नीचर के कारोबार में किया जा रहा है लेकिन संबंधित अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस वजह से वन माफियाओं के हौंसले बुलंद है।
वनों की कटाई व क्षेत्र में चल रहे अवैध कुटिर उघोग फर्नीचर के बारे में वन परिक्षेत्र अधिकारी, सहायक परिक्षेत्र अधिकारी व बीटगार्ड भी अनभिज्ञ नहीं है। वन अधिकारियों द्वारा वनों में भ्रमण न कर जंगल के बजाए गांवों में वर्दी पहनकर घूमते देखा जा सकता है।
धड़ल्ले से हो रही अवैध कटाई और वन माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे स्पष्ट समझ आता है कि इन लोगों से वन अधिकारियों की मिली भगत है।
एक ओर शासन द्वारा वनों व वन्यजीवों के संरक्षण व सुरक्षा के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वहीं वनों की कटाई पर रोक लगाने का प्रयास वन कर्मियों द्वारा नहीं किया जा रहा है।
आपको बताते चले कि बांकी रेंज पनियरा के भेलमपुर (टिकरिया) बीट में करमौरा के पास दो मोटरसाइकिल पर लदी छः बोटा साखू की लकड़ी दिन में ही अवैध रूप से काटकर ले जातें देखा गया।
क्षेत्रीय वन अधिकारी बांकी रेंज पनियरा महेश चंद्र ने बताया कि एक मुखबिर ने हमें फोन पर गोपनीय सूचना दिया की कुछ लकड़ी चोर भेलमपुर(टिकरिया)बीट के जंगल से दो वाइक पर लादकर छः बोटा साखू की लकड़ी को लेकर बेचने के फिराक में गुलरिहा की ओर जा रहे हैं। जिसको वन कर्मियों ने करमौरा के पास दबोच लिया।उन्होंने बताया कि लकड़ी चोरों की पहचान कर लिया गया है। दो के खिलाफ वन अधिनियम की धारा में केस दर्ज कर कार्रवाई की गई है।