पैसे के अभाव में कहीं परिवार का पेट पालने वाले न हो जाएं अपाहिज, परिवार देख रहा मददगारों की राह

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शाइन एनजीओ ने घर पहुँचकर दिया मदद का आश्वाशन सोशल मीडिया पर गरीब के सहयोग के लिए की ऑनलाइन डोनेशन की अपील

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जंगल कौड़िया ब्लॉक के ग्राम सभा सरहरी निवासी असरफ पुत्र मुनिर का परिवार इलाज के लिए मददगारों की राह देख रहा है इतना पैसा नही है कि परिवार अपने रोजी रोटी चलाने वाले मुखिया का इलाज करा सके।परिवार को डर है कही समय से इलाज न हुआ तो पेट पालने वाला अपाहिज न हो जाए।

असरफ नारियल पानी बेचने का काम करता है।पिछले शुक्रवार को पेड़ से गिर कर घायल हो गए।इलाज के लिए मेडिकल कालेज ले जाया गया डाक्टरों ने बताया रीढ़ की हड्डी व शरीर के अन्य हड्डियां टूट गयी है।इलाज के लिये करीब एक लाख से अधिक रूपये का खर्चा आएगा।पैसे के आभाव में असरफ पिछले पांच दिनों से घर पर है।

परिवार में एकमात्र कमाई का जरिया असरफ ही थे जिनकी रीड़ की हड्डी टूट जाने से इलाज तो दूर की बात परिवार खाने को मोहताज हो गया है। असरफ अपने तीन बेटों व बीबी के साथ एक टीनशेड मकान में रहतें है।

परिवार की बदहाली देख ग्रामीण युवकों ने गांव में चंदा इकट्ठा कर करीब तीन हजार रूपये एवं चार बोरी अनाज इलाज के लिये इकट्ठा किया एवं सूचना पाकर साइन एजुकेशन एवं वेलफेयर संस्था के अध्यक्ष शमशाद आलम ने असरफ के परिवार से मिलकर हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया लेकिन संस्था के खाते में पर्याप्त धन न होने के कारण सोशल मीडिया पर आनलाइन डोनेशन की अपील की जिससे गरीब परिवार की मदद की जा सके।

रिपोर्ट: संजय गुप्ता