गोरखपुर में ऑक्सीजन की किल्लत में सुधार लेकिन दवाओं और बेड के लिए अब भी भटक रहे मरीज

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गोरखपुर में ऑक्सीजन की किल्लत कुछ हद तक दूर होती दिख रही है। अस्पतालों को मांग के हिसाब से ऑक्सीजन की आपूर्ति देर-सबेर होने लगी है। अलबत्ता घरों पर आइसोलेट मरीजों को आसानी से ऑक्सीजन लेने में अभी भी मुश्किल आ रही है।

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अस्पतालों का कहना है कि अब उन्हें मांग के अनुरूप तो नहीं लेकिन काम चलाने भर की ऑक्सीजन उपलब्ध हो जा रही है। अभी बैकअप नहीं मिल पा रहा है।

समझा जा रहा है कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद अफसरों ने जी तोड़ मेनहत कर ऑक्सीजन संकट का हल निकाल लिया है।

हालांकि कुछेक हास्पिटल ऐसे भी हैं जो संकट को देखते हुए पिछले कुछ दिनों से मरीज नहीं भर्ती कर रहे हैं। उनका कहना है कि बैकअप न होने से वह ऐसा कर रहे हैं।

डिग्निटी हॉस्पिटल की सुनीता शाही ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पीड़ित 11 मरीज उनके यहां आक्सीजन पर हैं। आठ बेड खाली पड़े हैं लेकिन भर्ती नहीं ले रहे। क्योंकि उनके पास ऑक्सीजन बैकअप नहीं है। गाड़ी भेजी गई है लेकिन अब तक वे लौटे नहीं है। हमलोग प्रशासन से लगातार सम्पर्क में हैं। बैकअप मिलने के बाद ही भर्ती शुरू करेंगे।

आरके इमरजेंसी हॉस्पिटल के डॉ. सुधीर ने बताया कि उनके वहां कोविड मरीजों के लिए 12 बेड हैं। इन बेडों पर भर्ती मरीजों के लिए रोजाना तीन से चार सिलेण्डर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।

शनिवार को तीन सिलेण्डर ऑक्सीजन मिला था। रविवार की दोपहर भी तीन सिलेण्डर आक्सीजन मिला। हमारे यहां ऑक्सीजन की कोई समस्या नहीं है।

दुर्गावती हास्पिटल बड़हलगंज के निदेशक डॉ. मनोज यादव ने बताया कि हॉस्पिटल को आक्सीजन मुहैया कराने के लिए प्रशासन के लोग जुटे हैं।

शनिवार की शाम को 80 सिलेण्डर मिला था। हमारे यहां 30 कोरोना मरीज भर्ती हैं। इनके लिए रोजाना करीब 80 सिलेण्डर की जरूरत पड़ रही है। रविवार को भी प्रशासन ने 80 सिलेण्डर आक्सीजन मुहैया करा दिया है। इससे सोमवार की दोपहर तक का बैकअप हो गया है।

गांधी गली स्थित गर्ग हास्पिटल के मैनेजर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि हमलोग एक निजी एजेंसी की मदद से ऑक्सीजन की व्यवस्था कर रहे हैं। हमारे यहां 35 बेड पर कोरोना मरीज भर्ती हैं। उनके लिए रोजाना 100 सिलेण्डर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।

शनिवार को एजेंसी ने 60 सिलेण्डर मुहैया कराया था। रविवार को भी एजेंसी ने 30 सिलेण्डर सुबह ही मुहैया करा दिया है। रात 8 बजे तक का बैकअप है। एजेंसी ने शाम तक 30 सिलेण्डर और मुहैया कराने का भरोसा दिया है।

दो दिन में स्थिति सुधरने का मिला है आश्वासन

आर्यन हॉस्पिटल के प्रबंधक ने हिंदुस्तानअखबार से बात करते हुए बताया कि दो दिन पहले की तुलना में स्थिति में कुछ सुधार हुआ है। सुबह 80 सिलेंडर की डिमांड थी उसमें 55 सिलेंडर मिल गया है। इससे काफी हद तक काम चल जाएगा। उम्मीद है कि एक से दो दिन में स्थिति में और सुधार हो जाएगा।

गोरखपुर हास्पिटल के डा. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि बहुत तो नहीं लेकिन आंशिक सुधार जरूर हुआ है। लेकिन अभी डिमांड की अपेक्षा सप्लाई नहीं हो पा रही है। आश्वासन मिला है कि अगले दो दिन में पूरी सप्लाई मिलने लगेगी।

स्टार हास्पिटल के डॉ विजाहत करीम ने बताया कि उनके यहां 10 मरीज भर्ती है। ऑक्सीजन का सिर्फ एक सिलेंडर बैंकअप में है। प्रशासन ने जल्द उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है। एक मरीज बिना बेड के है, उसे आक्सीजन दिया जाना जरूरी था, इसलिए दे रहे हैं। उम्मीद है कि एक-दो दिन में स्थिति सुधर जाएगी।