स्वयंसेवकों द्वारा जगत कल्याण और कोरोना से मुक्ति के लिए किया गया हवन-पूजन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा विभाग सेवा भारती गोरक्ष प्रान्त के आह्वान पर कल शीलताष्टमी के अवसर पर स्वयंसेवको ने अपने परिजनो के साथ घर पर वातावरण शुद्धि हेतु हवन-पूजन किया।। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरखपुर महानगर द्वारा भाऊराव देवरस छात्र निलमय में संचालित 50 बेड के आइसोलेशन सेंटर व प्रांतीय कार्यालय “माधव धाम” पर प्रान्त प्रचारक सुभाष जी के नेतृत्व में हवन पूजन किया गया और जगत कल्याण व इस महामारी से मुक्ति के लिए कामना की गई।
प्रान्त प्रचारक सुभाष ने कहा कि यज्ञ यानी अग्निहोत्र जिसका अर्थ है जल,पृथ्वी,वायु आदि की शुद्धि के लिए डाली गई आहुतियां।।यज्ञ करते समय जो विभिन्न मंत्रोच्चार होता है उससे हमारे मन,मस्तिष्क व आत्मा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।।यज्ञ को हवि भी कहा जाता है जिसका अर्थ है विष को हरने वाला।। हवन में जो समाग्री डालते है वो ओषधियाँ होती है वो वातावरण शुद्ध करने के साथ साथ कीटाणुनाशक,सुगन्धि वर्धक,स्वास्थ्य वर्धक व ऑक्सिजनवर्धक होते है।।साथ ही हवन का अवशेष राख जब हमारी मिट्टी में पड़ता है तो उसका भी उर्वरक क्षमता बढ़ता है।।यज्ञ से अनेको लाभ है।।
आगे उन्होंने कहा कि जब जब देश या समाज पर संकट आता है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता उस संकट से निवारण हेतु निकल पड़ते है।।संघ के कार्यकर्ता सेवा भाव को धर्म मानते हुए सहायता हेतु आगे बढ़ता है।।देश-समाज मे इस विकट काल मे भी अनेको केंद्र,भोजन उपलब्ध करवाना और कोरोना के प्रति व वैक्सीनेशन हेतु जनजागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा।।शीतलाष्टमी के अवसर पर पूरे प्रान्त में स्वयंसेवको द्वारा हवन-पूजन कर इस महामारी से मुक्ति व जगत कल्याण की कामना की गई।।