गोरखपुर। टिड्डियों का दल संतकबीरनगर होते हुए कल शुक्रवार को देर शाम गोरखपुर पहुंचना शुरू हो गया। कृषि विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने किसानों के सहयोग से इसे फरेंदा बार्डर तक पहुंच दिया।
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इस दौरान कोई थाली, ढोल, नगाड़ा बजाकर, कोई बिना साइलेंसर ट्रैक्टर स्टार्ट कर तो कोई तेज आवाज में डीजे बजाकर टिड्डियों को भगाने की कोशिश करता नजर आया।
अधिकारियों का कहना है कि गोरखपुर में उनका हमला नहीं हुआ है लेकिन अंधेरा होने के कारण संभावना जताई जा रही है कि उनका दल वापसी कर सकता है। या फिर वार्डर एरिया में क्षति पहुंचा सकता है।
शुक्रवार को 6 बजे के करीब संतकबीरनगर जिले की ओर से सहजनवा, जंगलकौड़िया, कैम्पियरजगंज के कई गांव में टिड्डियों का दल दिखाई दिया। संतकबीरनगर से सूचना मिलते ही प्रशासन सक्रिय था। लिहाजा किसान, कृषि विभाग के कर्मचारी, किसान मित्र, आपदा मित्र सतर्क थे।
लोगों ने ढोल, नगाड़ा, वर्तन, थाली, पटाखा बजाना शुरू किया। कुछ किसानों ने ट्रेक्टर के साइलेसर निकाल कर स्ट्रार्ट कर दिया। हालांकि टिड्डियों का दल तकरीबन 50 मीटर की ऊंचाई पर था । फिर भी काफी तेज आवाज सुनाई दे रही थी। दल से भटक कर कुछ नीचे भी आ रहीं थीं।
असल में प्रदेश सरकार की तरफ से जारी अलर्ट के बाद डीएम के. विजयेंद्र पांडियन शुक्रवार की शाम टिड्डियों के प्रकोप से बचाव के लिए राजस्व, ग्राम्य विकास, कृषि समेत कई विभाग के अफसरों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक कर रहे थे। उसी समय जिले के कुछ इलाकों में टिड्डियों के हमले की सूचना मिली।