महीनों से लॉक डाउन झेलने और घरों में कैद रहने के बाद गोरखपुर के लोगों को इस बात की ख़ुशी थी कि उनका जिला कोरोना मुक्त है। लेकिन पिछले दो दिनों में जिस तरह गोरखपुर में 2 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं इसे लेकर लोगों में गुस्सा है।
आपको बता दें कि अभी तक गोरखपुर में 2 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। दोनों लॉकडाउन में दिल्ली से एम्बुलेंस बुक कर के गोरखपुर आये थे। इसके पहले जिला प्रशासन का दावा था कि जिले के सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है।
गोरखपुर में दूसरा कोरोना पॉजिटिव केस
बिना जांच कोरोना मरीज़ के एम्बुलेंस को गोरखपुर में एंट्री देने वाले पुलिसकर्मी सस्पेंड
ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठने लगा है कि यदि जिले की सभी सीमाएं सील हैं तो एक के बाद एक कोरोना संक्रमित बिना जांच के गांव तक कैसे पहुंच जा रहे?
इस तरह दिल्ली से गोरखपुर पहुंचा कोरोना का पहला मरीज, यहां हुई लापरवाही
लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि गोरखपुर के लोगों ने महीनों लॉकडाउन में रहकर जो त्याग किया है उसे दिल्ली से आने वाले चंद लोग मटिया मेट करने पर तुले हुए हैं। वही इस बारे में कुछ लोग जिला प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि यदि जिला प्रशासन सतर्क रहता तो दोनों को जिले की सीमाओं को ही पर ही रोका जा सकता था।
क्या जानबूझकर कर गोरखपुर में लाया गया कोरोना वायरस?
हालांकि कल ही जिला प्रशासन ने कुछ पुलिसकर्मियों को अपनी ड्यूटी सही से नहीं निभाने और एंबुलेंस को जाने देने के आरोप में सस्पेंड किया है लेकिन उसके बाद भी एक और मामला सामने आ गया।
ब्रेकिंग : महराजगंज में भी दिल्ली से आया शख्स निकला कोरोना पॉजिटिव
अब लोगों के मन में यह डर भी सताने लगा है कि लॉकडाउन से मिलने वाले छूट में भी कमी हो सकती है क्योंकि जिले में जिस तरह दो कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं उसके बाद से गोरखपुर अब ग्रीनजोन ना होकर ऑरेंज जोन में आ चुका है।