गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात PAC के दो जवानों पर धारधार हथियार से हमला कर सड़क से लेकर मंदिर तक तांडव की घटना के बाद गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ काफी नाराज दिखे।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में घायल जवानों से मिलने के बाद गोरखनाथ मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री ने अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के जिम्मेदारों की जमकर क्लास लगाई।
कानून व सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने जिम्मेदारों को फटकार लगाते हुए पूछा कि एक व्यक्ति सड़क से लेकर मंदिर परिसर तक 15 मिनट तक तांडव करता रहा, पब्लिक उसका वीडियो बनाती रही, लेकिन उसे पकड़ने में इतनी देर क्यों लगी? वे पकड़ा भी गया तो चंद बहादुर पुलिसकर्मियों की सुझबूझ से।
उन्होंने कहा कि शुक्र है कि उसके पास कोई घातक हथियार नहीं थे। यह प्रभु श्रीराम और गुरु गोरक्षनाथ की कृपा ही है कि कोई बड़ी घटना टल गई। सबसे पहले तो मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से घटना और उसके संबंध में अब तक की गई कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
इसके बाद उन्होंने गोरखनाथ मंदिर सहित शहर के सभी महत्वपूर्ण और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा इंतजामों के बारे में जाना। अधिकारियों को निर्देश दिया कि गोरखनाथ मंदिर सहित शहर के सभी महत्वपूर्ण स्थल जैसे, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, एम्स, फर्टिलाइजर, बस स्टेशन, होटल और मॉल सहित सभी जगहों के सुरक्षा इंतजाम पूरी तरह पुख्ता किए जाएं।
कड़ी कार्रवाई करने के दिए निर्देश
इसके साथ ही बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस मामले की पूरी तह तक जाकर, जल्द से जल्द इसका खुलासा करने के भी उन्होंने निर्देश दिए। कहा कि दोषी किसी भी हाल में बख्सा नहीं जाना चाहिए।
इस नेटवर्क से जुड़े एक- एक तार को प्याज की परत की तरह खोलने के भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि यह घटना आप सभी के लिए एक सिख है। इसलिए सभी की जिम्मेदारी भी तय होगी।
सुरक्षा एजेंसियों से तलब की रिपोर्ट
योगी आदित्यनाथ ने यहां की LIU और अन्य खुफिया एजेंसियों से भी घटना के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट मांगी। कहा कि अभियान चलाकर ऐसे संदिग्धों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
बैठक में ADG जोन के अलावा ADG ATS, ADG STF, कमिश्नर, DM, DIG और SSP सहित अन्य पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों संग मंदिर में भ्रमण कर वहां की हर एक गतिविधियों और सुरक्षा इंतजामों को खुद ही परखा और उसे और भी पुख्ता करने के अधिकारियों को निर्देश दिए।