गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में पांच नए इंस्टीट्यूट, 13 सेंटर समेत 63 कोर्स को कार्य परिषद की मंजूरी मिल गई।
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इसके अलावा 11 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्रस्ताव को भी राज्य सरकार को भेजने पर कार्य परिषद सहमत हो गया है।
शुक्रवार को कुलपति प्रो. राजेश सिंह की अध्यक्षता में कार्य परिषद की एक अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कार्यपरिषद ने विश्वविद्यालय की विद्या परिषद द्वारा स्वीकृत पांच नए इंस्टीट्यूट, 13 सेंटर सहित 63 पाठ्यक्रमों को अपनी संस्तुति दी।
कार्य परिषद ने उन सभी 11 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के प्रस्ताव को भी स्वीकृत किया जिन्हें राज्य सरकार को संस्तुति के लिए प्रेषित किया जाना है।
कार्य परिषद में निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय अतिथि गृह में निःशुल्क ठहरने की व्यवस्था किसी के लिए भी नहीं की जाएगी।
विश्वविद्यालय के अति विशिष्ट अतिथियों के ठहरने का भुगतान भी विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा।
टीचर्स का होगा हेल्थ इन्श्योरेंस
कार्य परिषद की बैठक में कोरोना के असर पर चर्चा हुई। इस बैठक में कुलपति ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों के लिए एक स्वास्थ्य सुरक्षा बीमा शुरू करने का प्रस्ताव भी रखा। कुलपति ने कहा कि इस योजना को एक बीमा कंपनी के साथ विश्वविद्यालय शुरू करेगा।
इससे शिक्षकों को स्वास्थ्य सम्बंधित खर्चों में मदद मिलेगी। इस योजना के प्रीमियम का एक हिस्सा विश्वविद्यालय और एक हिस्सा शिक्षक द्वारा वहन किया जाएगा।
कुलपति ने बताया कि अगले कार्य परिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जाएगा।
डिजिटल होगा विश्वविद्यालय का वर्क
कुलपति प्रो. सिंह ने कार्य परिषद में विश्वविद्यालय के फाइल सिस्टम को डिजिटल करने की भी योजना रखी।
इस योजना को भी कार्य परिषद की अगली बैठक में स्वीकृत के लिए लाया जाएगा। इस योजना से विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली जल्द ही कागज रहित हो जाएगी।
कार्य परिषद द्वारा विश्वविद्यालय वित्त समिति के पिछले तीन बैठकों की संस्तुतियों का अनुमोदन भी किया गया। कोविड महामारी के मद्देनजर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा भौतिक रूप से पठन-पाठन के लिए जारी किए गए शासनादेश को भी स्वीकार कर लिया गया। बैठक में कार्य परिषद के सदस्यगण तथा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. ओमप्रकाश उपस्थित रहे।