साढ़े ग्यारह साल बाद लापता बेटे को देखकर खुशी के मारे रो पड़ा पिता
रिपोर्ट: शेषमणि पांडेय– महाराजगंज के लक्ष्मीपुर ब्लाक के ग्राम सभा कजरी में 2008 से लापता सन्तोष चौरसिया अपने पैतृक ग्राम सभा कजरी पहुंचा तो पिता देखते ही फफक पड़े और पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। प्राप्त जानकारी के अनुसार कजरी निवासी संतोष चौरसिया जुबली इंटर कॉलेज गोरखपुर का छात्र था पिता भी रेलवे में डेली मजदूरी चौकीदारी के पद पर कार्यरत थे पिता के पास सन्तोष चौरसिया रहकर पढ़ाई करता था , वह जुबली इंटर कॉलेज गोरखपुर में नवीं का छात्र था।
प्रतिदिन की तरह सन्तोष चौरसिया पढ़ने के लिए स्कूल जा रहा था तभी रास्ते में किसी ने नशीले पदार्थ सुंघा कर संतोष चौरसिया को अपने साथ लेकर चला गया कुछ दिन के बाद सन्तोष को जब होश आया तो संतोष ने बताया कि हम किसी फैक्ट्री में कैद थे। जहां हमें लोग को टॉर्चर करते थे ।
सन्तोष चौरसिया को आज भी शरीर पर कई जगह मारने पीटने की निशान है संतोष ने बताया कि वे लोग हर 3 साल में अपनी लोकेशन बदल देते थे 11 साल 4 महीना 13 दिन के बाद भी कभी हम सूरज का दर्शन नहीं किए। जिस फैक्ट्री में हमसे काम कराया जाता 3 साल के बाद लोकेशन बदल दिया जाता था। हमारे पास भी आठ से 10 मजदूर लड़के काम करते थे ।शुक्रगुजार है उस ड्राइवर के जो हमें गत्ते में पैक करके सिलीगुड़ी आसाम तक ले आया, उसके बाद गत्ते को फाड़ कर बाहर निकाला और कहा कि हम सब अब सुरक्षित है।