देवेश फाउंडेशन ने उठाया असहाय लोगों की मदद का बीड़ा
वैश्विक महामारी कोरोना (कोविड-19) को लेकर समूचे विश्व के साथ-साथ भारत भी विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। लगभग सभी देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। उच्च वर्ग के साथ-साथ मध्यमवर्ग भी लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थितियों के कारण अत्यंत परेशान है। प्रत्येक दिन कठिन श्रम कर प्राप्त पारिश्रमिक से अपना एवं अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले श्रमिकों पर बृहद समस्या आन पड़ी है। लॉकडाउन के बाद से समस्त श्रमिक वर्ग अपने आवासों में दुबककर किसी तरह जीवन व्यतीत कर रहे हैं। ऐसी भयावह स्थिति में इनके सामने जीवन-यापन की विकट समस्या उत्पन्न हो गई है। विगत दिनों विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे उरुवा क्षेत्र के पहाड़पुर निवासी भोला का समाचार उत्कर्ष पत्रिका के फेसबुक पेज के माध्यम से प्रसारित हुआ। फेसबुक पेज से भोला की विषम परिस्थिति और विभिन्न समस्या को जानकर देवेश फाउंडेशन ने लॉकडाउन काल तक या भोला के रोजगार प्राप्ति तक उसकी उचित नियमित आर्थिक मदद करने का संकल्प लिया। देवेश फाउंडेशन के संचालक स्थानीय क्षेत्र परसा बुजुर्ग के निवासी अखिलेश त्रिपाठी ने कल भोला के पत्नी के खाते में धन भी स्थानांतरित कर दिया।
संचार माध्यम से हुई वार्ता के क्रम में उन्होंने बताया कि गरीबों व असहाय लोगों की सामाजिक तौर पर मदद करके हम मानवता की सेवा कर रहे हैं। एक इंसान होने के नाते हम जैसे सक्षम लोगों का फर्ज बनता है कि अपने गरीब बेसहारा भाईयों, बहनों, माताओं और बडे- बुजुर्गों की आवश्यकता पड़ने पर मदद कर पूण्य के भागीदार बनें। गरीबों की सेवा से बड़ा पुनीत कार्य कोई नहीं होता इनकी सेवा से मन को आत्म संतुष्टी मिलती है। आने वाले समय में मैं और मेरी संस्था विभिन्न सामाजिक सरोकारों से जुड़कर मानव सेवा का कार्य करेंगे।
उरुवा क्षेत्र के पहाड़पुर का निवासी भोला के विषय मे मुझे जब जानकारी हुई तो उसकी स्थिति जानकर मैं द्रवित हो उठा और लॉकडाउन तक या उसके रोजगार प्राप्ति तक प्रति माह उचित आर्थिक सहयोग करने का संकल्प लिया है। साथ ही उन्होंने ऐसे अन्य लोगों की सूचना मिलने पर मदद करने का भी संकल्प लिया है। समाज को स्वावलंबी बनाने के लिए देवेश फाउंडेशन अनवरत प्रयास कर रहा है।